गुजरात समाचार के मालिक की गिरफ्तारी के बाद ईडी का छापा, विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को गुजरात समाचार से जुड़ी संपत्तियों पर छापेमारी की, जो राज्य का प्रमुख दैनिक अखबार है। यह कार्रवाई उस दिन के बाद की गई जब ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इसके एक मालिक बहुबली शाह को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है, और विपक्ष ने भाजपा पर आलोचनात्मक आवाज़ों को दबाने का आरोप लगाया है।

73 वर्षीय बहुबली शाह, लोक प्रकाशन लिमिटेड के निदेशक हैं, जो गुजरात समाचार और GSTV का संचालन करता है। उन्हें गुरुवार देर रात ईडी ने गिरफ्तार किया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से शुक्रवार को उन्हें जमानत मिल गई। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने कंपनी से जुड़ी कई जगहों पर छापे मारे थे। इससे पहले आयकर विभाग ने भी 36 घंटे तक तलाशी अभियान चलाया था।

हालांकि अब तक ईडी ने शाह की गिरफ्तारी के कारणों को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। बहुबली शाह 15 से अधिक व्यावसायिक संस्थाओं से जुड़े बताए जाते हैं और गुजरात समाचार के मैनेजिंग एडिटर श्रेयांश शाह के छोटे भाई हैं।

गिरफ्तारी के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें ICU में भर्ती कराया गया। अदालत ने उनकी नियमित जमानत याचिका पर सुनवाई 31 मई तक टाल दी है और फिलहाल उन्हें अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया है।

ईडी ने अंतरिम जमानत का विरोध नहीं किया और कहा कि यह “केवल मानवीय आधार पर और आरोपी की गंभीर चिकित्सीय स्थिति” को देखते हुए दी गई है। अदालत ने निर्देश दिया है कि ईडी को हर दूसरे दिन शाह की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी दी जाए, और शाह को अपनी तबीयत के अनुसार जांच में सहयोग करना होगा।

इस कार्रवाई की विपक्षी नेताओं जैसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कड़ी निंदा की है। साथ ही, कई मीडिया संस्थाओं ने भी इस पर चिंता जताई है। सभी ने यह आरोप लगाया कि यह राज्य तंत्र का दुरुपयोग कर मीडिया को डराने और असहमत आवाजों को दबाने की कोशिश है।

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