अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (16 मई 2025) को एक बार फिर दावा किया कि भारत ने अमेरिका को शून्य-शुल्क (zero-tariff) व्यापार समझौता देने की पेशकश की है। ट्रंप ने यह बयान भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव में अपनी “शांति स्थापित करने की भूमिका” को उजागर करते हुए दिया।
फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत-पाक तनाव को व्यापार वार्ता की ओर मोड़कर हल करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, “नफरत बहुत गहरी थी। और मैंने कहा, ‘हम व्यापार की बात करेंगे। हम बहुत सारा व्यापार करेंगे।’”
भारत को दुनिया के “सबसे ऊंचे टैरिफ वाले देशों में से एक” बताते हुए ट्रंप ने कहा कि वे व्यापार के जरिए “पुराना हिसाब चुकता” कर रहे हैं और शांति ला रहे हैं। उन्होंने कहा, “क्या आपको पता है कि वे अमेरिका के लिए अपने 100% टैरिफ खत्म करने को तैयार हैं?”
हालांकि, भारत की ओर से इस दावे पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इसके उलट, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” (जिसके तहत 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई) की पृष्ठभूमि में भारत-अमेरिका नेताओं के बीच हुई फोन बातचीत में व्यापार का कोई ज़िक्र नहीं हुआ।
जब ट्रंप से पूछा गया कि भारत के साथ व्यापार समझौता कब तक हो सकता है, तो उन्होंने कहा, “हां, वो जल्द आएगा। मुझे कोई जल्दी नहीं है। देखिए, हर कोई हमारे साथ समझौता करना चाहता है।”
उन्होंने आगे कहा, “दक्षिण कोरिया भी समझौता करना चाहता है… लेकिन मैं हर किसी से समझौता नहीं कर सकता। मैं सिर्फ सीमित समझौते करूंगा क्योंकि आप इतने सारे लोगों से मिल नहीं सकते। मेरे पास 150 देश हैं जो समझौता करना चाहते हैं।”
यह सातवां अवसर था जब राष्ट्रपति ट्रंप ने सात दिनों में दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव “कम करने में मदद” की है।
उधर, भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर मंत्री स्तर की बैठकें शनिवार (17 मई 2025) से वाशिंगटन में शुरू होने जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल इन बैठकों के लिए अमेरिका पहुंच चुके हैं।