भोपाल के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने शनिवार को शहर में कई स्थानों का औचक निरीक्षण कर स्मार्ट सिटी परियोजनाओं, स्वास्थ्य सेवाओं और अधोसंरचना कार्यों की समीक्षा की।
तुलसी नगर में स्मार्ट सिटी भवन का निरीक्षण
तुलसी नगर में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी के अंतर्गत बनाए जा रहे बहुउद्देश्यीय भवन का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भवन की ऊंचाई चार मंजिल से बढ़ाकर पांच मंजिल की जाए। साथ ही उन्होंने आसपास के क्षेत्र में पार्किंग की सुविधा बढ़ाने पर जोर दिया। इस दौरान स्मार्ट सिटी की सीईओ अंजू अरुण कुमार और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा
कलेक्टर सिंह ने सूरज नगर स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल सिविल डिस्पेंसरी और संजीवनी क्लिनिक का भी निरीक्षण किया। यहां प्रतिदिन औसतन 50 मरीजों की ओपीडी और 12 से अधिक जांचें उपलब्ध होने की जानकारी मिली। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) को अतिरिक्त डॉक्टरों और स्टाफ की तैनाती के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
संरक्षित खेती और तहसील भवन का निरीक्षण
बरखेड़ी बज्याफता क्षेत्र में कलेक्टर ने संरक्षित खेती योजना के तहत संचालित पॉली-हाउस का निरीक्षण किया। वहीं लालघाटी में निर्माणाधीन तहसील हुजूर भवन की समीक्षा करते हुए उन्होंने इसे निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने भवन में 50 कारों और 200 दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
भिखारियों को पुनर्वास केंद्र भेजने के निर्देश
तहसील भवन की ओर जाते समय कलेक्टर ने लालघाटी चौराहे पर महिलाओं के एक समूह को भीख मांगते देखा। इस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि भिखारियों को पुनर्वास केंद्र भेजा जाए। साथ ही चेतावनी दी कि पुनर्वास केंद्र जाने का विरोध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस निरीक्षण दौरे के माध्यम से कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि शहर में चल रहे विकास कार्यों और जनकल्याण योजनाओं में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।