शुक्रवार को राज्य में कोविड-19 के 100 सक्रिय मामले दर्ज किए गए, जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 139 हो गई है। बीते 24 घंटे में 14 नए मामले सामने आए। इस वर्ष अब तक कोविड से तीन मौतें हो चुकी हैं।
सबसे हालिया मृत्यु रतलाम की 52 वर्षीय महिला की हुई, जिनकी कुछ दिन पहले इंदौर में कोविड संक्रमण के कारण जान गई। इससे पहले 6 जून को खरगोन की 44 वर्षीय महिला की MRTB अस्पताल में मृत्यु हुई थी। इस साल की पहली मौत 27 अप्रैल को इंदौर के ऑरोबिंदो अस्पताल में हुई थी, जहां 74 वर्षीय किडनी रोगी ने दम तोड़ दिया था।
नया वेरिएंट JN.1: लक्षणों में दिख रहा है बदलाव
गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के पल्मोनोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. लोकेन्द्र डेव ने बताया कि वर्तमान में फैल रहे JN.1 वेरिएंट के लक्षणों में पहले की तुलना में कुछ स्पष्ट बदलाव देखे जा रहे हैं।
उन्होंने बताया, “JN.1 वेरिएंट में सबसे प्रमुख बदलाव पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं के रूप में सामने आ रहा है — जैसे मतली, भूख न लगना, पेट दर्द और दस्त। पहले भी ये लक्षण देखे जाते थे, लेकिन बहुत हल्के और कम मामलों में। अब ये ज़्यादा आम और तीव्र हो गए हैं।”
बुखार के पैटर्न को लेकर डॉ. डेव ने कहा, “पहले के वेरिएंट्स में तेज बुखार, ठंड लगना और पसीना आना आम था। जबकि JN.1 में लगातार हल्का बुखार बना रहता है। यह कई बार लोगों को मामूली थकान या सामान्य कमजोरी जैसा महसूस होता है और इस कारण अनदेखा भी हो सकता है।”
स्वास्थ्य विभाग और डॉक्टरों ने जनता से सतर्क रहने, हल्के लक्षणों को भी गंभीरता से लेने और समय पर जांच करवाने की अपील की है।