भोपाल में नाबालिग पीड़िता के साथ कथित दुर्व्यवहार के मामले में पुलिस अब मुख्य आरोपी रिया यादव और अन्य गिरफ्तार आरोपियों की न्यायिक रिमांड लेने की तैयारी में है। यह मामला एक पूल पार्टी के दौरान सामने आया था, जहां पीड़िता के साथ घटना हुई। पुलिस को संदेह है कि यह केवल एक isolated मामला नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक संगठित गिरोह काम कर रहा हो सकता है, क्योंकि सभी आरोपी आपस में अच्छी तरह से परिचित थे और पार्टियों में लगातार मिलते रहते थे।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मामले के कई पहलुओं की जांच अभी बाकी है और विस्तृत पूछताछ के लिए कुछ आरोपियों को हिरासत में लेकर रिमांड पर लेना जरूरी है। इस प्रक्रिया के लिए कोर्ट में अर्जी दी जाएगी।
वहीं, मामले में एक अहम भूमिका निभाने वाली माही की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस का मानना है कि माही से पूछताछ से न केवल इस मामले की कड़ियाँ जुड़ेंगी, बल्कि पूरे नेटवर्क का खुलासा भी हो सकता है। हालांकि, माही की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन उसका स्थायी पता न होने के कारण पुलिस को उसे पकड़ने में मुश्किल हो रही है।
अन्य आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि माही केवल फोन के माध्यम से संपर्क करती थी और उसने कभी भी अपना ठिकाना किसी को नहीं बताया।
पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि मुख्य आरोपी रिया यादव, जो कि खुद को इवेंट मैनेजर बताती थी, अक्सर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर विभिन्न स्थानों पर डांस और पूल पार्टियों का आयोजन करती थी।
करोंद क्षेत्र निवासी रिया, अपनी मां और सौतेले पिता के साथ रहती थी। वह ग्यारहवीं कक्षा के बाद स्कूल छोड़ चुकी है। शुरुआत में वह डांस पार्टियों में मेहमान के तौर पर जाती थी, लेकिन बाद में माही की मदद से खुद ही पार्टी आयोजक बन गई।
रिया का बॉयफ्रेंड नावेद, जो आठवीं कक्षा तक पढ़ा है, एक गारमेंट शोरूम में काम करता है। यह मामला शुरुआत में टीटी नगर थाने में दर्ज हुआ था, लेकिन बाद में जांच का जिम्मा बजरिया थाने की प्रभारी शिल्पा कौरव को सौंपा गया।
पुलिस का मानना है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं और अन्य लोगों की गिरफ्तारियाँ भी संभव हैं।