कोरोना महामारी के बाद ऑनलाइन क्लासेस का चलन तेजी से बढ़ा, लेकिन अब साइबर ठग इसी ट्रेंड का फायदा उठाकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। भोपाल में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म के बहाने एक व्यक्ति से उसकी पहचान और ओटीपी लेकर उसके नाम पर ₹17,000 का लोन निकाल लिया गया।
ऐसे हुआ फ्रॉड
भोपाल के रटीबड़ क्षेत्र निवासी किशोर कुमार ने साइबर क्राइम ब्रांच को शिकायत दी कि एक माह पूर्व कुछ लोगों ने उन्हें फोन कर ऑनलाइन क्लासेस का सालाना पैकेज देने की बात कही। उन्होंने ₹150 रजिस्ट्रेशन फीस, आधार कार्ड, पैन कार्ड और मोबाइल पर आया ओटीपी मांगा। किशोर कुमार ने विश्वास करते हुए ये सभी जानकारियां दे दीं।
इसके बाद उनसे ₹2,500 की पहली किस्त भी ली गई और कुछ दिनों बाद उनके बच्चे की ऑनलाइन क्लास शुरू हो गई, जिससे उन्हें कोई शक नहीं हुआ।
एक महीने बाद हुआ खुलासा
करीब एक महीने बाद किशोर को एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से कॉल आया कि उनके नाम पर ₹17,000 का लोन चालू है और पहली EMI बाउंस हो चुकी है। जब उन्होंने ऑनलाइन क्लास वालों से बात की तो उन्हें बताया गया कि पूरी फीस फाइनेंस कंपनी से मिल गई है और किश्तें किशोर कुमार को भरनी होंगी।
किशोर को तब जाकर समझ आया कि उनके नाम पर लोन ले लिया गया है। उन्होंने जब लोन रद्द करने की मांग की तो ठगों ने अगली सुबह 11 बजे तक कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन अगले दिन से उनके फोन बंद हैं और संपर्क नहीं हो पा रहा।
पुलिस ने दर्ज किया केस
किशोर कुमार की शिकायत पर साइबर क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात कॉल या ऑनलाइन ऑफर पर अपनी निजी जानकारी, दस्तावेज और ओटीपी साझा न करें। ऐसी लापरवाही भारी नुकसान में बदल सकती है।