उत्तरकाशी बादल फटने की त्रासदी: 307 श्रद्धालु सुरक्षित, राहत कार्य तीसरे दिन भी जारी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने और भूस्खलन की आपदा के तीसरे दिन इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) की रेस्क्यू टीम ने गंगोत्री से 307 श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकालकर मुखवा पहुंचाया, जहां से उन्हें हेलिकॉप्टर द्वारा हर्सिल हेलीपैड लाया गया।

अब तक 5 मौतें, 50 से अधिक लोग लापता

आपदा में अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें से दो शव बुधवार को बरामद किए गए। वहीं, 50 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। हालांकि, प्रशासन की ओर से आधिकारिक मृतकों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं की गई है।

मुख्यमंत्री का दौरा, केंद्र से भी मिला सहयोग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को प्रभावित धाराली गांव का दौरा किया। यहां तेज बारिश और भूस्खलन से घर तबाह हो गए, रास्ते कट गए और लोग बह गए। धामी ने कहा,

राज्य सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ खड़ी है और हमारी प्राथमिकता राहत पहुंचाकर जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी धामी से फोन पर बात कर राहत कार्यों की जानकारी ली। धामी ने सोशल मीडिया पर उन्हें समर्थन देने के लिए धन्यवाद कहा।

अब तक राहत व बचाव के 10 प्रमुख बिंदु:

  1. 307 श्रद्धालुओं को ITBP ने गंगोत्री से मुखवा पहुंचाया, फिर हेलिकॉप्टर से हर्सिल लाया गया।
  2. धाराली में SDRF ने अब तक 190 लोगों को बचाया, जिनमें 11 सेना के जवान भी शामिल हैं।
  3. घायल सैनिकों को देहरादून एयरलिफ्ट किया गया।
  4. 50+ लोग लापता, मृतकों की आधिकारिक संख्या की प्रतीक्षा।
  5. धाराली से संपर्क मार्ग पूरी तरह कट चुका है, लिमचागढ़ पुल बह गया, भटवाड़ी में 100 मीटर सड़क धंसी।
  6. एनडीएमए के सलाहकार सफी अहमद रिजवी ने बताया कि 6,700 मीटर की ऊंचाई पर ग्लेशियर का हिस्सा टूटा, जिससे भारी मात्रा में मलबा नीचे बह गया।
  7. तेज ढलान के कारण खीर गंगा में जल वेग तेज हुआ, जिससे धाराली में कहर बरपा।
  8. लोग अब भी अपने लापता परिजनों की तलाश में हैं। एक पीड़ित राकेश पंवार ने बताया, “भाई सुशील लंच के लिए घर गया था, उसके कॉल में सिर्फ इतना कहा – ‘कुछ नहीं बचा, मुकेश, विजेता, और अनिक नहीं बच पाए।’
  9. मौसम विभाग का अलर्ट – अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना, 7 दिन तक हल्की से मध्यम वर्षा जारी रह सकती है।
  10. उत्तरकाशी के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र 7 अगस्त को बंद रहेंगे।

निगरानी चौकियों पर तैनात अफसर, 24×7 आपात सेवा सक्रिय

मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी वरिष्ठ अधिकारी राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC), देहरादून से स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। आपदा प्रबंधन दलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।


स्थिति गंभीर बनी हुई है, लेकिन राहत एजेंसियों और सुरक्षाबलों के त्वरित और साहसी प्रयासों से हजारों लोगों की जान बचाई गई है। प्रभावितों के पुनर्वास और लापता लोगों की तलाश के लिए कार्य तेज किया जा रहा है।

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