दशहरा के बाद राजधानी में होगा आयुक्त-Collectors का सम्मेलन

दशहरा के बाद राज्य की राजधानी में आयुक्तों और कलेक्टरों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें पुलिस के महानिरीक्षक (IG) और पुलिस अधीक्षक (SP) भी भाग लेंगे।

मोहान यादव के नेतृत्व वाली सरकार बनने के बाद ऐसा सम्मेलन पहली बार होने जा रहा है। इस सम्मेलन में भविष्य की योजनाओं और विजन दस्तावेजों पर चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वे सम्मेलन से पहले अपने-अपने विभागों के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर लें। कोविड-19 महामारी के बाद से जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों का ऐसा सम्मेलन बंद हो गया था।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में आयुक्तों और कलेक्टरों का सम्मेलन “मंथन” के नाम से आयोजित होता था। ऐसे आयोजनों से सरकार को जिलों की स्थितियों की समग्र तस्वीर देखने का अवसर मिलता है। आगामी सम्मेलन का मुख्य फोकस तीन साल की कार्ययोजना पर रहेगा। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने भी ऐसे सम्मेलनों का समर्थन किया है।

सम्मेलन में जिलों को उनकी कार्यप्रणाली के आधार पर रैंक दी जाएगी, ताकि विभिन्न मुद्दों पर उनके कामकाज की स्पष्ट जानकारी मिल सके। साथ ही जिलों में किए गए नवाचार कार्यों की प्रस्तुति भी होगी, ताकि एक जिले की योजनाएं दूसरे जिलों में भी लागू की जा सकें।


17 सितंबर से स्वच्छता अभियान

प्रदेशभर में 17 सितंबर से पखवाड़ा-भर का स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहरी इलाकों में भी सफाई गतिविधियों को प्राथमिकता दी जाएगी। अभियान के दौरान सफाई मित्र शिविर आयोजित होंगे और यह 2 अक्टूबर को समाप्त होगा।

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