ऑपरेशन सिंदूर पर वैश्विक समर्थन जुटाने को शशि थरूर अमेरिकी दौरे पर, ओवैसी समेत 7 दलों के नेता शामिल

कांग्रेस नेता शशि थरूर अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले भारतीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर सकते हैं। यह दौरा भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अमेरिकी प्रशासन को भारत की स्थिति से अवगत कराने के उद्देश्य से किया जा रहा है। सरकार ने शनिवार को थरूर सहित 6 अन्य सांसदों को वैश्विक संपर्क अभियान के लिए नियुक्त किया।

हैदराबाद से AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस सात-सदस्यीय अभियान का हिस्सा हैं। हर दल के प्रतिनिधिमंडल में 6-7 सांसद होंगे, जो अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, यूएई, कतर, सिंगापुर, जापान और दक्षिण कोरिया सहित कई देशों का दौरा करेंगे।

इन दलों का नेतृत्व शशि थरूर (कांग्रेस), रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा (भाजपा), संजय कुमार झा (जेडीयू), कनिमोळी (डीएमके), सुप्रिया सुले (एनसीपी-शरद पवार), और श्रीकांत शिंदे (शिवसेना) करेंगे।

सूत्रों के अनुसार:

  • रविशंकर प्रसाद की टीम सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जाएगी।
  • सुप्रिया सुले की टीम ओमान, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और मिस्र जाएगी।
  • संजय झा की टीम जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और इंडोनेशिया का दौरा करेगी।
  • श्रीकांत शिंदे यूएई और कुछ अफ्रीकी देशों की यात्रा करेंगे।
  • कनिमोळी रूस और स्पेन जाएंगी।
  • बैजयंत पांडा पश्चिमी यूरोप का दौरा करेंगे।

इन दलों में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर, अपराजिता सारंगी, राजीव प्रताप रूड़ी, भुवनेश्वर कलीता, समिक भट्टाचार्य, बृज लाल; कांग्रेस से मनीष तिवारी; झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरफराज अहमद; शिवसेना (UBT) की प्रियंका चतुर्वेदी; आम आदमी पार्टी के विक्रमजीत साहनी; और बीजू जनता दल से सस्मित पात्र शामिल हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, जो फिलहाल सांसद नहीं हैं, को संजय झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया है। तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इनकार कर दिया।

यह वैश्विक संपर्क मिशन, पहलगाम आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाई की पृष्ठभूमि में शुरू किया गया है। भारत इस अभियान के जरिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करने और वैश्विक सहमति बनाने का प्रयास कर रहा है।

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