भोपाल में विरासत संरक्षण की नई पहल: मुख्यमंत्री ने भोज-नर्मदा गेट का भूमि पूजन किया, नीमच में सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को भोपाल के होशंगाबाद रोड स्थित समरधा में प्रस्तावित भोज-नर्मदा गेट का भूमि पूजन किया। यह गेट राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नीमच में 10 मेगावाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन भी किया, जिसे भोपाल नगर निगम की सौर ऊर्जा परियोजना के पहले चरण के तहत तैयार किया गया है।

मुख्यमंत्री यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की गौरवशाली ऐतिहासिक विरासत और सम्राट विक्रमादित्य व राजा भोज जैसे महान शासकों पर हमें गर्व है। उन्होंने कहा कि इन महान विभूतियों के नाम पर बनाए जा रहे भव्य प्रवेश द्वार राजधानी भोपाल को एक नई सांस्कृतिक पहचान देंगे और शहर की सुंदरता में चार चाँद लगाएंगे।

समारोह में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रमेश्वर शर्मा, महापौर माला ताई राय तथा नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी भी उपस्थित रहे। यह आयोजन भोपाल शहर में विरासत संर्वधन और सौंदर्यीकरण परियोजना की शुरुआत का प्रतीक है।

भोपाल नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, शहर में दो भव्य द्वार बनाए जा रहे हैं। भोज-नर्मदा गेट होशंगाबाद रोड पर लाल पत्थरों से लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा और इसे आगामी छह महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है। वहीं, विक्रमादित्य गेट इंदौर-भोपाल रोड पर प्रस्तावित है।

नगर निगम ने इन द्वारों के निर्माण के लिए प्रस्ताव पारित कर दिया है और भविष्य में बैरसिया रोड, रायसेन रोड, कोलार रोड, विदिशा रोड और मुबारकपुर जैसे स्थानों पर भी इसी प्रकार के विरासत-थीम आधारित गेट बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।

Switch Language »