भोपाल स्थित एक वरिष्ठ अधिवक्ता को अज्ञात साइबर अपराधियों ने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर भारी ठगी का शिकार बना लिया। आरोपियों ने अधिवक्ता को ₹78.25 लाख के निवेश के बदले “उच्च लाभ” का झांसा दिया और शुरुआत में कुछ मुनाफा भी दिखाया, जिससे उनकी विश्वसनीयता बढ़ गई। लेकिन जब अधिवक्ता ने बड़ी राशि निवेश की, तो ठगों ने रिटर्न रिलीज करने से पहले ₹65 लाख “टैक्स” के रूप में मांगे, जिससे अधिवक्ता को ठगे जाने का एहसास हुआ।
कैसे हुई ठगी की शुरुआत
पुलिस के अनुसार, 52 वर्षीय पीड़ित अधिवक्ता सागर एवेन्यू, अयोध्या बायपास क्षेत्र में रहते हैं और जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करते हैं। उन्होंने 15 फरवरी को साइबर क्राइम ब्रांच में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई।
2 दिसंबर 2024 को अधिवक्ता को “सुहानी शर्मा” नामक महिला ने फेसबुक पर संपर्क किया। खुद को स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट बताने वाली इस महिला ने उन्हें एक मोबाइल ऐप के माध्यम से ट्रेडिंग में जुड़ने का सुझाव दिया और आगे की जानकारी टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से दी। उसने पहले ₹1 लाख निवेश करने को कहा, और ₹75,000 की पहली किस्त ऑनलाइन वॉलेट से ट्रांसफर की गई।
4 दिसंबर को अधिवक्ता को ₹15,642 का मुनाफा मिला, जिससे उनका विश्वास और गहरा हो गया।
बढ़ते निवेश, फिर बड़ी धोखाधड़ी
मुनाफे के झांसे में आकर अधिवक्ता ने कुल ₹78.25 लाख विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर दिए। इन खातों को वैध और आरबीआई के निर्देशानुसार मान्य बताकर ठगी की गई। हालांकि, बाद में सामने आया कि ये सभी खाते फर्जी और धोखे से खोले गए थे।
जब अधिवक्ता ने अपनी निवेश राशि में से कुछ हिस्सा निकालने का प्रयास किया, तब उन्हें बताया गया कि ₹65 लाख टैक्स के रूप में जमा करने होंगे, तभी राशि रिलीज की जाएगी। जब उन्होंने स्पष्ट जानकारी मांगी, तो आरोपी सवालों से बचने लगे और टैक्स भुगतान पर जोर देने लगे।
साइबर क्राइम ब्रांच ने दर्ज किया मामला
बार-बार प्रयासों के बाद भी राशि वापस न मिलने पर, अधिवक्ता को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने साइबर क्राइम ब्रांच से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस अब फेसबुक, टेलीग्राम, व्हाट्सएप ग्रुप्स और संदिग्ध बैंक खातों की जांच कर रही है ताकि ठगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा सके।