पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों को गोपनीय जानकारी देने के आरोप में CRPF जवान गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि आरोपी जवान का नाम मोती राम जाट है और वह 2023 से लगातार पाकिस्तान खुफिया अधिकारियों (PIOs) के संपर्क में था।

एनआईए के अनुसार, मोती राम जाट जासूसी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों को साझा कर रहा था। जांच एजेंसी को यह भी जानकारी मिली है कि उसे इन एजेंटों से विभिन्न माध्यमों से धन प्राप्त हो रहा था।

एनआईए ने मोती राम को दिल्ली से गिरफ्तार किया और वर्तमान में उससे पूछताछ की जा रही है। 21 मई को हुई गिरफ्तारी के बाद, एनआईए ने उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां विशेष न्यायाधीश (एनआईए) चंदरजीत सिंह ने उसे 6 जून तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया।

यह गिरफ्तारी 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एनआईए द्वारा शुरू की गई देशव्यापी कार्रवाई का हिस्सा है। इस हमले में 26 नागरिकों की जान चली गई थी, और यह मामला एनआईए द्वारा जांच के दायरे में है।

विशेष न्यायाधीश चंदरजीत सिंह ने अपने छह पन्नों के आदेश में उल्लेख किया कि वरिष्ठ CRPF अधिकारियों को 17 मई को जानकारी मिली थी कि मोती राम देश विरोधी तत्वों के साथ जानकारी साझा कर रहा है। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और 21 मई को एनआईए को सौंप दिया गया, जहां से उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया।

अदालत में सुनवाई इन-कैमरा हुई, लेकिन आदेश की प्रति में उल्लेख किया गया कि जवान ने पिछले कुछ महीनों में भारतीय सुरक्षा अभियानों और प्रतिष्ठानों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां पाकिस्तान को सौंपी थीं। अदालत ने कहा कि यह आरोप न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करते हैं, बल्कि भारत आने वाले पर्यटकों और भारतीय नागरिकों की जान को भी खतरे में डालते हैं।

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