भोपाल में मंगलवार (3 जून 2025) को 42 वर्षीय महिला की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जो इस साल का शहर में पहला पुष्ट मामला है। महिला को बुखार और गले में खराश की शिकायत पर ओपीडी में दिखाने के बाद टेस्ट की सलाह दी गई थी। शाम 7:17 बजे उसकी RT-PCR रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
वह फिलहाल एक निजी अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती हैं।
🔍 मध्य प्रदेश में अब तक 31 मामले
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में 2025 में अब तक कुल 31 कोविड-19 मामलों की पुष्टि हुई है।
👨⚕️ डॉक्टरों की चेतावनी
छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. शर्मा के अनुसार, ओपीडी में आने वाले 15–20% मरीजों में कोविड जैसे लक्षण पाए जा रहे हैं।
हालांकि, मास्क पहनने की सलाह देने के बावजूद बहुत कम लोग पालन कर रहे हैं।
हमीदिया अस्पताल के ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. यशवीर जेके ने बताया कि इस मौसम में गले की समस्याएं बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा:
“गले में जलन, दर्द और बोलने में परेशानी—ये कोविड या अन्य गले के इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। इलाज में देर होने पर स्थिति बिगड़ सकती है।”
📢 विशेषज्ञों की आशंका: छिपे हुए केस हो सकते हैं ज्यादा
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मध्य प्रदेश में केरल जैसी व्यापक टेस्टिंग की जाए तो कोविड के छिपे हुए कई मामले सामने आ सकते हैं।
इस समय वायरल फीवर, गले की खराश और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण वाले कई मरीजों की कोविड जांच नहीं हो रही है, जिससे संक्रमण का सही आंकड़ा पता नहीं चल पा रहा।
✅ सलाह:
- गले में किसी भी तरह की परेशानी को नजरअंदाज न करें।
- बुखार, खांसी, गले की खराश या सांस लेने में दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- मास्क पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें।
- जरूरत हो तो कोविड टेस्ट जरूर करवाएं।
स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञों ने सतर्कता बनाए रखने और शुरुआती लक्षणों को गंभीरता से लेने की अपील की है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।