भोपाल के कोलार इलाके में रविवार को एक विवाद तब खड़ा हो गया जब भाजपा विधायक रमेश्वर शर्मा ने कथित तौर पर वक्फ बोर्ड की पंजीकृत कब्रिस्तान की जमीन पर गौशाला निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। यह जमीन अकबरपुर बंजारी क्षेत्र में स्थित है, जहां अब एक गौशाला (गाय आश्रय स्थल) बनाए जाने की योजना है।
कब्रिस्तान के संरक्षक ने की शिकायत
कब्रिस्तान के देखरेखकर्ता शेख मतीन ने कोलार थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि यह जमीन वक्फ बोर्ड में पंजीकरण क्रमांक-766 के तहत पंजीकृत कब्रिस्तान है। मतीन का आरोप है कि कांग्रेस नेता अश्विनी श्रीवास्तव इस जमीन पर गौशाला बनवाकर अतिक्रमण करना चाहते हैं।
उन्होंने दावा किया कि राज्य शासन की राजपत्र (गजट) अधिसूचना में भी इस स्थान को कब्रिस्तान के रूप में मान्यता दी गई है।
विधायक रमेश्वर शर्मा की सफाई
विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक रमेश्वर शर्मा ने कहा,
“यह मुसलमानों का झूठा दावा है कि यह कब्रिस्तान है। कांग्रेस नेता अश्विनी श्रीवास्तव ने मुझे बताया कि यह जमीन उन्हें आवंटित की गई है और वे यहां निशुल्क गौशाला बनाना चाहते हैं। यह सेवा भावना से प्रेरित कार्य है, इसलिए मैंने भूमि पूजन में भाग लिया। इसमें कोई राजनीतिक मकसद नहीं है।”
पुलिस और वक्फ बोर्ड की प्रतिक्रिया
कोलार थाना प्रभारी संजय सोनी ने कहा,
“हमें शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसे हमने तुरंत तहसील कार्यालय को अग्रेषित कर दिया है। तहसील से रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।”
वहीं, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सन्बर पटेल ने Free Press से कहा,
“हम इस मामले में सोमवार को जिला प्रशासन से चर्चा करेंगे। रिकॉर्ड की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
निष्कर्ष
इस पूरे मामले ने एक बार फिर धार्मिक भूमि, सरकारी रिकॉर्ड और राजनीतिक दावों के बीच टकराव को उजागर किया है। अब निगाहें तहसील और जिला प्रशासन की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो तय करेगी कि यह जमीन वाकई कब्रिस्तान की है या सार्वजनिक उपयोग के लिए आवंटित की गई है।