अंतरराष्ट्रीय नशा व अवैध तस्करी विरोधी दिवस (26 जून) के अवसर पर मध्यप्रदेश पुलिस एक विशेष वेबसाइट और मोबाइल हेल्पलाइन नंबर लॉन्च करने जा रही है। बुधवार को अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि आम जनता की भागीदारी से ही नशे की लत और तस्करी के खिलाफ प्रभावी लड़ाई लड़ी जा सकती है।
नई वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर
ADG (नारकोटिक्स) केपी वेंकटेश्वर राव ने बताया कि www.mppolicenarcotics.in नामक वेबसाइट गुरुवार से सक्रिय हो जाएगी। इस पोर्टल पर नशा निवारण, लत की स्थिति का आकलन, उपचार व पुनर्वास के विकल्प, और जनजागरूकता सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। खास बात यह है कि नागरिक भी अपनी रचनाएं या जागरूकता सामग्री वेबसाइट पर अपलोड कर सकेंगे, हालांकि हर सामग्री को प्रकाशन से पहले प्रमाणित किया जाएगा।
इसके साथ ही 7049100785 नंबर जारी किया गया है, जिस पर लोग नशे से जुड़े अपराधों की शिकायत और सबूत भेज सकेंगे, जिससे कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी।
देश में नशे की गंभीर स्थिति
राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार, देश की 18 से 75 वर्ष की आबादी में लगभग 7.61% लोग किसी न किसी रूप में नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। इसमें गांजा, अफीम, इनहेलेंट्स, सेडेटिव, कोकीन, एटीएस और हल्लूसिनोजेन जैसे ड्रग्स शामिल हैं। इसके अलावा 17% आबादी शराब की लत से जूझ रही है, जो समस्या की व्यापकता को दर्शाता है।
ड्रग्स की जब्ती में बढ़ोत्तरी
साल 2023 में मप्र पुलिस ने केमिकल ड्रग्स से जुड़े 355 प्रकरण दर्ज किए और कुल 116.750 किलोग्राम नशीले पदार्थ जब्त किए। स्मैक की तस्करी के 341 मामलों में 19 किलोग्राम स्मैक बरामद हुई। गांजे की जब्ती 12,000 किलोग्राम तक पहुंच गई और 2,469 एफआईआर दर्ज की गईं। इसके अलावा, पुलिस ने 70 किलोग्राम चरस और 69,959 किलोग्राम डोडा-चूरा भी जब्त किया।
कुल मिलाकर वर्ष 2023 में 65,320 किलोग्राम नशीले पदार्थ जब्त किए गए। यह आंकड़ा 2024 में 82,645 किलोग्राम तक पहुंच गया। वर्ष 2025 के पहले तीन महीनों में ही 19,495 किलोग्राम ड्रग्स जब्त किए जा चुके हैं।
11 दिवसीय विशेष अभियान
12 जून से 25 जून तक चलाए गए विशेष एंटी-नारकोटिक्स अभियान के दौरान मप्र पुलिस ने ₹2.25 करोड़ से अधिक मूल्य के अवैध नशीले पदार्थ जब्त किए।
इंदौर जिले ने ₹42 लाख से अधिक की जब्ती के साथ अभियान में अग्रणी भूमिका निभाई। गुना में ₹21 लाख, रीवा में ₹19 लाख, रतलाम में ₹14.20 लाख, नीमच में ₹27 लाख, और राज्य की नारकोटिक्स विंग द्वारा ₹11 लाख मूल्य के ड्रग्स जब्त किए गए।
इस अभियान और तकनीकी पहल का उद्देश्य समाज में नशे के खतरे के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इस गंभीर समस्या के खिलाफ ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करना है।