फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्रों के ऑनलाइन प्रसार को लेकर की रिपोर्ट के बाद, भोपाल नगर निगम (BMC) ने त्वरित एक्शन लिया है। अब नागरिकों को असली और नकली प्रमाण पत्र की पहचान में मदद के लिए सभी निगम कार्यालयों के बाहर बारकोड स्टिकर और सैंपल प्रमाण पत्र चस्पा किए जाएंगे।
यह पहल आम जनता को यह समझने में मदद करेगी कि उनके पास जो प्रमाण पत्र है – या जो वे बनवाने जा रहे हैं – वह असली है या नहीं। यह कदम तब उठाया गया जब निगम के जन्म-मृत्यु शाखा में एक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र सामने आया।
जब उस सर्टिफिकेट को निगम के आधिकारिक पोर्टल से स्कैन किया गया, तो पता चला कि वह एक फर्जी वेबसाइट से जुड़ा है। हैरानी की बात यह रही कि उस फर्जी प्रमाण पत्र पर पंजीयक (Registrar) के डिजिटल हस्ताक्षर की हूबहू नकल भी मौजूद थी।
इस धोखाधड़ी की पुष्टि होने के बाद, निगम ने गोविंदपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अधिकारियों को संदेह है कि ऐसे और भी फर्जी प्रमाण पत्र बनाए और वितरित किए गए होंगे, संभवतः दलालों की मदद से।
कैसे काम करेगी यह व्यवस्था
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र शाखा के रजिस्ट्रार सत्यप्रकाश बड़गैया ने बताया,
“गलत इस्तेमाल को रोकने और नागरिकों को जागरूक करने के लिए हम जल्द ही सभी कार्यालयों के बाहर वास्तविक प्रमाण पत्र के नमूने और स्कैनेबल बारकोड लगाने जा रहे हैं। इससे आमजन को फर्जी और असली सर्टिफिकेट के बीच का अंतर समझने में आसानी होगी।”
उन्होंने कहा कि निगमायुक्त से औपचारिक अनुमति मिलते ही यह कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।
यह कदम नागरिक सेवाओं में पारदर्शिता लाने और दस्तावेजों की सत्यता सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम प्रयास माना जा रहा है।