कांग्रेस के सबसे लोकप्रिय सांसदों में से एक, शशि थरूर ने आज संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर हो रही विशेष चर्चा में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने थरूर से इस अहम बहस में भाग लेने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने स्वेच्छा से इससे मना कर दिया।
यह विशेष चर्चा आज दोपहर से शुरू हुई है, जो अप्रैल 22 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में किए गए सैन्य अभियान के बाद विपक्ष की मांग पर बुलाई गई है।
विपक्ष के नेता राहुल गांधी, उनके उपनेता गौरव गोगोई, सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा, दीपेन्द्र हुड्डा, परीनेति शिंदे, शफी परम्बिल, माणिकम टैगोर और राजा बारड़ कांग्रेस की ओर से 16 घंटे की इस बहस में भाग लेंगे।
हालांकि, शशि थरूर का नाम वक्ताओं की सूची में न होना कई लोगों के लिए हैरानी का कारण बना, क्योंकि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान अमेरिका में कांग्रेस के सबसे अहम प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था।
जब एक NDTV पत्रकार ने उनसे पूछा कि क्या वह आज संसद में बोलेंगे, तो थरूर ने सवाल को टाल दिया और चुपचाप चले गए।
पार्टी सूत्रों ने बाद में किसी भी प्रकार के मतभेद की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी ने उनसे जरूर संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने स्वयं इस बहस में हिस्सा न लेने का फैसला किया।
कांग्रेस सांसद और थरूर की सहयोगी रेणुका चौधरी ने कहा, “उन्हें कहीं भी बोलने का संवैधानिक अधिकार है। मैं कौन होती हूं उन्हें अनुमति देने वाली?”