भोपाल में कुख्यात मछली गैंग की आपराधिक गतिविधियों का पर्दाफाश हुआ है। क्राइम ब्रांच की जांच में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं, जिसमें गैंग के ड्रग्स तस्करी, यौन शोषण, अवैध ज़मीन कब्ज़ा और संभावित आतंकी कनेक्शन तक के प्रमाण मिले हैं। गिरफ़्तार आरोपियों में डीजे यासीन, शारिक मछली और उनका साथी जग्गा शामिल हैं।
एमडी ड्रग्स केस से खुली परतें
यह पूरी कार्रवाई एक एमडी ड्रग्स तस्करी के केस की जांच के दौरान शुरू हुई। यासीन के मोबाइल की जब्ती के बाद पुलिस को उसमें 100 से अधिक आपत्तिजनक और अश्लील वीडियो मिले हैं, जिनमें नशे में धुत युवतियों का यौन शोषण होता दिख रहा है। अधिकारियों के अनुसार, ये वीडियो गैंग द्वारा पीड़िताओं को ब्लैकमेल करने के लिए बनाए गए थे।
पुलिस ने कई महिलाओं की पहचान की है और उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। अलग-अलग मामलों में एफआईआर भी दर्ज की जा रही हैं।
₹100 करोड़ से अधिक की ज़मीन हड़पने के आरोप
जांच में यह भी सामने आया है कि यासीन और उसके चाचा शारिक मछली ने भोपाल के विभिन्न इलाकों में सरकार और निजी लोगों की ज़मीनें अवैध रूप से कब्ज़ा कर ली हैं। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार यह कब्ज़ा ₹100 करोड़ से अधिक का हो सकता है। क्राइम ब्रांच की सिफारिश पर जिला प्रशासन ने दोनों के नाम दर्ज संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है।
हमला और लूट का मामला भी दर्ज
कोहे-फिजा क्षेत्र के 25 वर्षीय युवक ने यासीन के खिलाफ हमला और लूट का मामला दर्ज कराया है। पीड़ित का आरोप है कि यासीन ने उस पर हमला कर उसका मोबाइल छीन लिया और एक अहम वीडियो डिलीट कर दिया।
आतंकी कनेक्शन की आशंका
सबसे गंभीर मामला गैंग के संभावित आतंकी संपर्क का है। एक स्थानीय परिवार ने आरोप लगाया है कि मछली गैंग उन पर बम सप्लाई करने का दबाव बना रहा था। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने 2013 से ही प्रधानमंत्री कार्यालय, सीबीआई और पुलिस को इस बारे में शिकायतें दी थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिवार का कहना है कि गैंग ने उन्हें बार-बार जान से मारने की धमकी दी और झूठे मामलों में फंसा दिया।
अब तक 15 गिरफ्तारियां, जांच जारी
डीसीपी क्राइम अखिल पटेल के मुताबिक, “अब यह केवल ड्रग्स या शोषण का मामला नहीं है। इसमें आतंकवाद, ज़मीन माफिया, अवैध हथियार और महिलाओं के खिलाफ अपराध शामिल हैं। हम तेजी से कार्रवाई कर रहे हैं। जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी।”
पुलिस जब्त किए गए मोबाइल फोन से अन्य गैंग सदस्यों की पहचान में जुटी है, साथ ही अवैध हथियारों के नेटवर्क का भी पर्दाफाश करने की दिशा में काम हो रहा है।