भोपाल में ट्रांसफार्मर कैप चोरी बनी सार्वजनिक सुरक्षा का संकट, विधानसभा में गूंजा मामला

भोपाल में बिजली वितरण ट्रांसफार्मरों के मेटल कैप चोरी और गायब होने का मामला गंभीर होता जा रहा है। यह न सिर्फ बिजली आपूर्ति को प्रभावित कर रहा है, बल्कि आमजन की जान जोखिम में डाल रहा है। राज्य विधानसभा में पेश आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,451 ट्रांसफार्मरों के सुरक्षा कैप चोरी या क्षतिग्रस्त पाए गए, जिनमें से 391 अभी भी बिना कैप के हैं।

यह जानकारी ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कांग्रेस विधायक आतिफ अकील के सवाल के जवाब में दी। मंत्री ने बताया कि ये कैप असामाजिक तत्वों द्वारा चोरी कर कबाड़ में बेचने के इरादे से निकाले जाते हैं। जोनवार आंकड़ों से स्पष्ट है कि शाहपुरा, कोलार, भेल, गोविंदपुरा और छोला जैसे इलाके सबसे अधिक प्रभावित हैं।

“सिर्फ सजावटी नहीं, जान बचाने वाले कैप हैं”

डिस्कॉम के सूत्रों के मुताबिक, ये कैप केवल कवर नहीं, बल्कि लाइव हिस्सों को ढकने वाले आवश्यक सुरक्षा कवच हैं। इनकी अनुपस्थिति में मामूली बारिश या सार्वजनिक संपर्क से भी करंट लगने की घटनाएं हो सकती हैं। विभाग ने कई क्षेत्रों में कैप बदलना शुरू किया है, लेकिन कई मामलों में पुलिस में शिकायत होने के बावजूद कार्रवाई लंबित है।

अरारा कॉलोनी में मासूम की मौत, लेकिन मंत्री बोले—ट्रांसफॉर्मर नहीं था खराब

विधानसभा में ऊर्जा मंत्री ने बताया कि फरवरी 2025 में कराए गए सर्वे में 1,451 ट्रांसफार्मरों के डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स के कवर चोरी या टूटे मिले। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि 30 मई 2025 को भोपाल की अररा कॉलोनी में क्रिकेट खेलते समय एक मासूम बच्चा वंश की मौत ट्रांसफार्मर के खुले बॉक्स से करंट लगने से हुई थी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जनवरी 2024 से अब तक ऐसी कोई और मौत दर्ज नहीं की गई है।

मंत्री ने यह भी बताया कि 12 जुलाई 2025 तक 1,090 ट्रांसफॉर्मर कैप बदले जा चुके हैं, और 391 अब भी बदले जाने बाकी हैं।

“मंत्री को गुमराह किया गया” — विधायक आतिफ अकील का आरोप

मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर विधायक आतिफ अकील ने कड़ा विरोध जताया और आरोप लगाया कि अधिकारियों ने मंत्री को गलत जानकारी दी है, जिससे उन्होंने सदन में भ्रामक जानकारी प्रस्तुत की। अकील ने दावा किया कि सिर्फ उनके क्षेत्र में ही कम से कम चार लोगों की मौत ट्रांसफॉर्मर या डीपी से करंट लगने के कारण हुई है।

उन्होंने यह भी कहा कि जो अधिकारी गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि यह सदन की गरिमा के साथ खिलवाड़ है।

विधानसभा अध्यक्ष का सुझाव

विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यदि किसी विधायक को यह संदेह हो कि उसके सवाल के जवाब में गलत या अधूरी जानकारी दी गई है, तो वह ‘प्रश्न संदर्भ समिति’ के समक्ष शिकायत दर्ज करा सकता है।


यह मामला राजधानी में बुनियादी ढांचे की खामियों और जवाबदेही की कमी को उजागर करता है। बिना सुरक्षा कैप के खुले ट्रांसफॉर्मर न केवल बिजली व्यवस्था की लापरवाही का प्रतीक हैं, बल्कि जनजीवन के लिए प्रत्यक्ष खतरा भी।

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