प्रस्तावित जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) अध्यक्षों को लेकर उठ रही नाराज़गी को शांत करने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) की राजनीतिक मामलों की समिति ने एक अहम प्रस्ताव पारित किया है। इसमें सभी सदस्यों के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है कि वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) द्वारा चुने गए नामों का बिना किसी सवाल के समर्थन करेंगे। पार्टी नेताओं ने बुधवार को बताया कि यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ।
राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक में सभी प्रमुख सदस्य मौजूद थे, हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इसमें शामिल नहीं हुए। बैठक में प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने पार्टी का भविष्य का रोडमैप पेश किया।
जल्द ही एआईसीसी डीसीसी अध्यक्षों के नामों की घोषणा करने वाली है। पार्टी में कई बड़े नेता हैं, जो इन नियुक्तियों का विरोध कर सकते हैं। इस संभावित टकराव से बचने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया, जिसमें सभी सदस्यों को निर्देश दिया गया कि वे एआईसीसी के चयनित नामों का समर्थन करेंगे।
सदस्यों को अपने-अपने क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर ‘वोट चोरी’ अभियान चलाने का दायित्व भी सौंपा गया है। इसके तहत कांग्रेस नेताओं से कहा गया है कि वे बूथ स्तर तक पहुंचकर मतदाता सूची की जांच और सत्यापन करें।