जर्मन कंपनियों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचेगा मध्य प्रदेश, नई तकनीकी साझेदारी की उम्मीद

मध्य प्रदेश में तकनीकी और औद्योगिक नवाचार को बढ़ावा देने के लिए जर्मनी की पांच प्रमुख कंपनियों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार से पांच दिवसीय दौरे पर आ रहा है। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और वर्कफ़्लो ऑटोमेशन जैसे उभरते क्षेत्रों में नई संभावनाओं पर चर्चा करेगा।

तकनीकी साझेदारी की नींव

यह दौरा मुख्यमंत्री मोहन यादव की कुछ माह पूर्व जर्मनी यात्रा के बाद हो रहा है, जहां उन्होंने तकनीकी साझेदारी के ज़रिए नवाचार और रोजगार सृजन पर बल दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह केवल तकनीकी सहयोग की शुरुआत नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के व्यापार और नवाचार सफर की आधारशिला है।

किन कंपनियों के प्रमुख आएंगे

यह प्रतिनिधिमंडल इन कंपनियों के संस्थापकों और सीईओ से मिलकर बना है, जो एआई आधारित डेटा इंटीग्रेशन, कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस, एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर और आईओटी में विशेषज्ञ मानी जाती हैं।

  • स्टीवन रेनविक, संस्थापक एवं सीईओ, Tilores
  • निकोलस एडमोपोलोस, संस्थापक एवं सीईओ, Talonic
  • डॉ. एलेक्ज़ेंड्रा के. मिकिटयुक, संस्थापक एवं सीईओ, Staex
  • मैथियास प्रोगशा, संस्थापक, Q-nnect AG
  • फिलिप रेजमस, सह-संस्थापक, CloudSquid

दौरे का कार्यक्रम

  • 18 से 20 अगस्त : प्रतिनिधिमंडल इंदौर और उज्जैन का दौरा करेगा।
    • आईआईटी इंदौर के इनक्यूबेशन सेंटर का निरीक्षण।
    • स्थानीय स्टार्टअप्स के साथ संवाद।
    • तकनीकी वर्कशॉप और रणनीतिक चर्चा में भागीदारी।
  • 21-22 अगस्त : भोपाल प्रवास।
    • उद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात।
    • शैक्षणिक एवं तकनीकी संस्थानों के साथ संवाद।
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