ऑनलाइन पपी स्कैम में 1.67 लाख की ठगी से आहत महिला ने की आत्महत्या, दो माह बाद दर्ज हुई एफआईआर

मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में ऑनलाइन पपी (कुत्ते का बच्चा) खरीदने के नाम पर ठगी का शिकार हुई एक महिला ने आत्महत्या कर ली थी। घटना के दो महीने बाद अब महिला के पति की शिकायत पर पुरानी छावनी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

पीड़िता रीना प्रजापति (40), निवासी भट्टा पहाड़िया, ने जून की शुरुआत में ऑनलाइन पालतू जानवर खोजते समय पेट टू हाउस नामक कंपनी से संपर्क किया। शुरुआत में उनसे ₹2,000 एडवांस मांगा गया। सौदा असली मानकर उन्होंने रकम भेज दी।

इसके बाद 7 जून से 11 जून के बीच रीना और उनके बेटे मोनू को अलग-अलग नंबरों से बार-बार कॉल आए और हर बार नई रकम जमा करने का दबाव बनाया गया। पपी मिलने की उम्मीद में उन्होंने लगातार अलग-अलग मोबाइल नंबरों और क्यूआर कोड पर पैसे ट्रांसफर किए।

11 जून तक कुल ₹1,66,628 भेज दिए गए, लेकिन पपी नहीं मिला। ठगी से हताश होकर रीना ने 10 जून को जहरीला पदार्थ खा लिया और अगले दिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

पति राजेंद्र प्रजापति ने बताया कि पत्नी और जमा पूंजी दोनों खोने के सदमे में वे तुरंत पुलिस नहीं जा सके। 17 अगस्त को उन्होंने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया।

पुलिस ने पुष्टि की है कि महिला को ऑनलाइन कुत्ता बेचने वाले विज्ञापन के जरिए ठगा गया। करीब ₹1.67 लाख गंवाने के बाद अवसाद में आकर उन्होंने जान दे दी। पुलिस के अनुसार, इस धोखाधड़ी में कम से कम छह मोबाइल नंबर इस्तेमाल किए गए। साइबर सेल अब पैसों की ट्रेल खंगाल रही है।

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