भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा के दो दिवसीय मध्यप्रदेश दौरे (सोमवार से) से पहले श्योपुर और सिंगरौली के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय (DME) के अधिकारियों ने बताया कि नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) से इस संबंध में लगातार संपर्क किया जा रहा है। यदि लेटर ऑफ परमिशन (LoP) मिल जाता है तो एमपी नीट यूजी काउंसलिंग के दूसरे चरण में लगभग 200 नए MBBS सीटें जोड़ी जाएंगी। फिलहाल पहले चरण की काउंसलिंग सोमवार को समाप्त हो रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, दोनों कॉलेजों का निरीक्षण पहले ही हो चुका है और अब औपचारिक स्वीकृति का इंतजार है। राज्य सरकार ने प्रत्येक कॉलेज में 150-150 MBBS सीटों के लिए आवेदन किया है, लेकिन फिलहाल संभावना है कि 100-100 सीटों की मान्यता मिलेगी। एक बार अनुमति मिलते ही दूसरे राउंड की काउंसलिंग में इन कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले शैक्षणिक सत्र में नीमच, मंदसौर और सिवनी मेडिकल कॉलेजों को भी दूसरे चरण में मान्यता मिली थी और उसी समय प्रवेश कराए गए थे।
श्योपुर और सिंगरौली मेडिकल कॉलेजों के जुड़ने से मध्यप्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 29 से बढ़कर 31 हो जाएगी। इनमें से 17 सरकारी और 12 निजी कॉलेज हैं। नए कॉलेजों के साथ सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 21 हो जाएगी। इसी के साथ प्रदेश में MBBS सीटों की कुल संख्या 4775 से बढ़कर 4975 हो जाएगी। वर्तमान में सरकारी कॉलेजों में 2575 सीटें और निजी कॉलेजों में 2200 सीटें उपलब्ध हैं।