भोपाल जिला प्रशासन ने बुधवार को पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग की 99 एकड़ भूमि का सीमांकन अभियान शुरू किया। अनंतपुरा स्थित इस भूमि पर कुख्यात मछली परिवार द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध कब्जे की शिकायतें सामने आई थीं।
सुबह 11 बजे कोकता बायपास से शुरू हुए इस सर्वे में तीन तहसीलदार, तीन राजस्व निरीक्षक और 11 पटवारी शामिल हुए। पूरी कार्यवाही एसडीएम रविश कुमार श्रीवास्तव और तहसीलदार सौरभ वर्मा की देखरेख में सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। अधिकारियों ने जिन क्षेत्रों पर कब्जा पाया, उन्हें लाल घेरे से चिन्हित किया, जिससे आसपास के स्थानीय निवासियों में चिंता का माहौल बन गया कि कहीं उनके मकान भी अधिग्रहित भूमि की श्रेणी में न आ जाएं।
यह कार्रवाई मछली परिवार पर पिछले 23 दिनों से जारी शिकंजे का ही हिस्सा है। अब तक लगभग 150 करोड़ रुपये की सात अवैध संपत्तियां ध्वस्त की जा चुकी हैं। इनमें 21 अगस्त को आरोपी शाहवर मछली का 15 हजार वर्गफीट का आलीशान बंगला भी शामिल है, जिसे नशा तस्करी और दुष्कर्म मामलों से जोड़ा गया है। इससे पहले 30 जुलाई को परिवार की छह संपत्तियां तोड़ी गई थीं।
अधिकारियों के अनुसार, राजस्व अभिलेखों में परिवार के पास कोकता बायपास क्षेत्र में 26 एकड़ जमीन दर्ज है, जिसमें से करीब 12 एकड़ निजी कॉलोनाइज़र्स को बेची जा चुकी है। प्रशासन ने मछली परिवार के सदस्यों सहित 20 लोगों को नोटिस जारी कर सीमांकन प्रक्रिया में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
एसडीएम श्रीवास्तव ने बताया कि यह 99 एकड़ भूमि 1990 के दशक में पशुपालन विभाग को आवंटित की गई थी। विभाग ने हाल ही में यहां राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत प्रजनन एवं अनुसंधान केंद्र तथा पशुओं के लिए चराई स्थल विकसित करने हेतु सीमांकन का अनुरोध किया था। अधिकारियों का अनुमान है कि यह प्रक्रिया 7 से 10 दिनों में पूरी हो जाएगी।