सागर जिले के बीना स्थित मलकहेड़ी स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक युवक का शव करीब 20 घंटे तक पड़ा रहा। आश्चर्य की बात यह रही कि घटना की जानकारी होने के बावजूद न तो जीआरपी (Government Railway Police) और न ही सिटी पुलिस ने कार्रवाई की। दोनों ने अपने-अपने क्षेत्राधिकार का हवाला देकर जिम्मेदारी टाल दी।
मृतक की पहचान 28 वर्षीय राहुल अहिरवार, निवासी इंदिरा गांधी वार्ड, नई बस्ती के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, राहुल ने पहले शराब में एसिड मिलाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। परिजनों ने समय रहते उसे बचा लिया और अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन उसी दिन वह अस्पताल से निकल गया और शाम करीब 5 बजे रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया, जहां एक ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई।
स्थानीय लोगों और परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन जीआरपी और सिटी पुलिस दोनों ने एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल दी। नतीजतन, राहुल का शव पूरी रात और अगली सुबह तक ट्रैक पर ही पड़ा रहा। अंततः परिजनों के दबाव के बाद दोपहर करीब 1 बजे सिटी पुलिस ने शव को ट्रैक से हटवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। इस घटना ने पुलिस विभाग की लापरवाही और आपसी तालमेल की कमी को उजागर कर दिया है।