UP ATS Arrests Man for Spying and Smuggling at Pakistan Border

The Uttar Pradesh Anti-Terrorist Squad (ATS) on Sunday arrested a man accused of spying for Pakistan’s Inter-Services Intelligence (ISI) and smuggling goods across the India-Pakistan border. Identified as Shehzad, a resident of the Tanda area in Rampur district, the accused was arrested in Moradabad following a tip-off. The ATS stated that Shehzad had been secretly traveling between India and Pakistan for several years, smuggling cosmetics, clothes, spices, and other items. During these trips, he allegedly acted as an ISI agent, gathering and sharing sensitive information related to India’s security infrastructure. According to the police, Shehzad also provided Indian SIM cards to ISI operatives and transferred money to local agents on instructions from Pakistani handlers. Investigations further revealed that he was allegedly involved in recruiting Indian nationals, particularly from Rampur and other parts of Uttar Pradesh, under the guise of smuggling but with the actual intention of involving them in espionage. The ATS has booked Shehzad under serious charges related to endangering the sovereignty, unity, and integrity of India. This arrest follows a similar case just days ago, where travel blogger Jyoti Rani was arrested by Haryana Police for allegedly passing sensitive information to Pakistan’s intelligence operatives. Rani was reportedly in contact with a Pakistani official at the High Commission in New Delhi and is currently in police custody under the Official Secrets Act and other charges.

A Heartbreaking Scene: Grandmother Dies Shielding Four Children in Fire Tragedy

In a harrowing incident that has shaken an entire community, the charred bodies of an elderly woman and four children—whom she was desperately trying to protect—were found tightly embraced on the first floor of a burning house. The woman, believed to be their grandmother, held the children close as flames engulfed the home in the Modi household. One of her hands still clutched a mobile phone with its flashlight on—likely used in her final moments to search for help or light the darkness. Local first responders Mir Zahid and Mohd Azmat, who rushed in to help, were left traumatized by what they witnessed. “She must have tried to protect them from the flames,” said Zahid, visibly shaken. “They were all gone when we got there. I will never forget what I saw.” The pair broke into the house by smashing through the wall of an adjacent building. But by the time they reached the victims, most had already succumbed to the blaze. They retrieved seven bodies in total from the house, including two more found in the same room. Azmat added, “We placed a bedsheet over them because the sight was too painful. All of them had burn injuries. I don’t think words can ever do justice to what we saw.”

LeT Terrorist Behind 2006 RSS Attack Gunned Down in Pakistan’s Sindh Province

A top Lashkar-e-Taiba (LeT) terrorist and mastermind of several deadly attacks in India, Razaullah Nizamani Khalid, also known by aliases such as Abu Saifullah Khalid, Vinode Kumar, and Mohammed Salim, was shot dead by three unidentified gunmen in Sindh province of Pakistan on Sunday, officials in India confirmed. Khalid was a key figure in LeT’s operations from Nepal in the early 2000s, and is notably held responsible for planning the 2006 attack on the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) headquarters in Nagpur, where all three terrorists were neutralized during the attack. A Mastermind of Multiple Terror Strikes Beyond the RSS attack, Khalid was allegedly involved in: According to officials, Khalid played a major operational role in recruitment, logistics, and cross-border movement of LeT operatives via Nepal, making him a critical asset in the terror group’s South Asia strategy. He worked closely with high-ranking LeT figures, including Azam Cheema alias Babaji, Yaqoob (LeT’s chief accountant), and Yusuf Muzammil, commander for Jammu and Kashmir. Death in Sindh Under Mysterious Circumstances Khalid was reportedly shot near a crossing in Badni, Sindh, after leaving his residence in Matli. Though Indian officials regard this as a significant blow to LeT, local Pakistani media have attributed the killing to personal enmity, downplaying its implications for terror networks. After his network in Nepal was dismantled by Indian agencies, Khalid returned to Pakistan, where he continued to work for LeT and its sister organisation Jamaat-ud-Dawah (JuD), focusing on recruitment and fundraising in Sindh’s Badin and Hyderabad districts. His killing comes amid rising internal tensions within extremist groups operating in Pakistan and is seen by Indian officials as a long-overdue neutralisation of a high-value terrorist long on the radar of security agencies.

यूको बैंक के पूर्व सीएमडी सुबोध कुमार गोयल मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार, 6,200 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले की जांच में बड़ी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (CMD) सुबोध कुमार गोयल को 16 मई को नई दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई कोलकाता स्थित कंपनी कॉनकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड (CSPL) और अन्य के खिलाफ चल रही बैंक धोखाधड़ी की जांच के सिलसिले में की गई है। कोलकाता की PMLA विशेष अदालत में पेशी गोयल को 17 मई को कोलकाता की विशेष PMLA अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 21 मई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। ₹6,200 करोड़ के घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला ₹6,210.72 करोड़ रुपये के बैंक लोन फ्रॉड से जुड़ा है, जो केवल मूलधन को दर्शाता है (ब्याज को छोड़कर)। CBI द्वारा दर्ज एक FIR के आधार पर यह खुलासा हुआ कि गोयल के कार्यकाल के दौरान CSPL को भारी क्रेडिट सुविधाएं दी गईं, जिनका बाद में बड़े पैमाने पर गैर-उद्देश्यीय उपयोग और हेराफेरी की गई। ईडी ने दावा किया है कि गोयल ने इन ऋणों को मंजूर करने के बदले कंपनी से भारी मात्रा में “अवैध लाभ” प्राप्त किया, जिसे नकद, अचल संपत्तियों, लग्जरी वस्तुओं, होटल बुकिंग आदि के रूप में दिया गया। यह धनराशि शेल कंपनियों, डमी व्यक्तियों और परिजनों के माध्यम से जटिल तरीके से छुपाई गई। अप्रैल में हुई थी छापेमारी ईडी ने अप्रैल में गोयल से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी। इस छानबीन में कई ऐसी संपत्तियां सामने आईं हैं जो शेल कंपनियों या डमी इकाइयों के माध्यम से खरीदी गई थीं और जिनका नियंत्रण गोयल और उनके परिवार के पास था। किकबैक को वैध दिखाने की कोशिश ईडी के अनुसार, धनशोधन के लिए फर्जी कंपनियों के जरिये “लेयरिंग” की गई। गोयल और उनके परिवार को मिलने वाले अवैध पैसे को वैध दिखाने के लिए समायोजन प्रविष्टियों और फ्रंट कंपनियों का उपयोग किया गया। गोयल या उनके वकील की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी ईडी द्वारा लगाए गए आरोपों पर गोयल या उनके वकील से प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। यह मामला सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में उच्चस्तरीय भ्रष्टाचार और बड़ी वित्तीय हेराफेरी की गंभीरता को दर्शाता है। ईडी की आगे की जांच में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।

भोपाल में विरासत संरक्षण की नई पहल: मुख्यमंत्री ने भोज-नर्मदा गेट का भूमि पूजन किया, नीमच में सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को भोपाल के होशंगाबाद रोड स्थित समरधा में प्रस्तावित भोज-नर्मदा गेट का भूमि पूजन किया। यह गेट राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नीमच में 10 मेगावाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन भी किया, जिसे भोपाल नगर निगम की सौर ऊर्जा परियोजना के पहले चरण के तहत तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की गौरवशाली ऐतिहासिक विरासत और सम्राट विक्रमादित्य व राजा भोज जैसे महान शासकों पर हमें गर्व है। उन्होंने कहा कि इन महान विभूतियों के नाम पर बनाए जा रहे भव्य प्रवेश द्वार राजधानी भोपाल को एक नई सांस्कृतिक पहचान देंगे और शहर की सुंदरता में चार चाँद लगाएंगे। समारोह में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रमेश्वर शर्मा, महापौर माला ताई राय तथा नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी भी उपस्थित रहे। यह आयोजन भोपाल शहर में विरासत संर्वधन और सौंदर्यीकरण परियोजना की शुरुआत का प्रतीक है। भोपाल नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, शहर में दो भव्य द्वार बनाए जा रहे हैं। भोज-नर्मदा गेट होशंगाबाद रोड पर लाल पत्थरों से लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा और इसे आगामी छह महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है। वहीं, विक्रमादित्य गेट इंदौर-भोपाल रोड पर प्रस्तावित है। नगर निगम ने इन द्वारों के निर्माण के लिए प्रस्ताव पारित कर दिया है और भविष्य में बैरसिया रोड, रायसेन रोड, कोलार रोड, विदिशा रोड और मुबारकपुर जैसे स्थानों पर भी इसी प्रकार के विरासत-थीम आधारित गेट बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।

सांसदों, समाजसेवी संगठनों और व्यापारियों ने मिलकर जल स्रोतों का संरक्षण किया, नर्मदापुरम में जल गंगा अभियान बना आंदोलन

नर्मदा की धारा बनी स्वच्छता का प्रतीक, जल गंगा अभियान हो रहा है सफल जल गंगा संवर्धन अभियान : नर्मदापुरम में सामूहिक प्रयासों से स्वच्छता और संरक्षण की पहल अभियान बना व्यापक आंदोलन नर्मदापुरम नगरपालिका द्वारा राजघाट पर आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान अब केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक व्यापक आंदोलन बन चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में शुरू हुए इस अभियान का उद्देश्य प्राचीन जल स्रोतों का संरक्षण करना है ताकि आने वाली पीढ़ी स्वच्छ और सुरक्षित जल संसाधनों का लाभ उठा सके। ⸻ सांसद दर्शनसिंह चौधरी का संदेश सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि यह अभियान अब जनता की भागीदारी से एक आंदोलन बन चुका है। उन्होंने सभी नागरिकों, व्यापारीगणों, समाजसेवी संगठनों और अधिकारियों से इस आंदोलन को निरंतर जारी रखने का आव्हान किया। साथ ही मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया कि उन्होंने अभियान की अवधि को 30 से बढ़ाकर 90 दिन कर दिया। ⸻ राज्यसभा सांसद माया नारोलिया का समर्थन राज्यसभा सांसद माया नारोलिया ने बताया कि इस अभियान में सभी लोग पूरी ईमानदारी से जुटे हुए हैं। समाजसेवीगण, व्यापारीगण, नगरपालिका परिषद और स्वयंसेवी संस्थाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। उनका मानना है कि इस अभियान के परिणामस्वरूप राजघाट का स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा और यह स्थान सुंदर एवं स्वच्छ नजर आएगा। ⸻ नगर पालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव का वक्तव्य नपाध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव ने जलस्रोतों के संरक्षण को आज की सबसे आवश्यक आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप नगरपालिका परिषद प्राचीन जल स्रोतों के संरक्षण में निरंतर कार्यरत है। उन्होंने सांसदों, पार्षदों, समाजसेवी संगठनों और नागरिकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे इस अभियान को जारी रखेंगे। ⸻ राजघाट का सौंदर्यीकरण और निर्माण कार्य जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान राजघाट का कचरा, लकड़ी और अन्य मलबा साफ किया गया। नपा अध्यक्ष और मुख्य नगरपालिका अधिकारी के निर्देशानुसार जल्द ही राजघाट पर शेड, पार्किंग स्थल और भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य भी शुरू होगा। ⸻ अभियान में बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग अभियान में सांसद, नगर पालिका अध्यक्ष , भाजपा नेता, पूर्व मंडल अध्यक्ष, विधायक प्रतिनिधि, नगरपालिका अधिकारी, तहसीलदार, पार्षद, स्वच्छता प्रभारी और विभिन्न सामाजिक संगठन सक्रिय रूप से शामिल हुए। अखिल भारतीय कायस्थ समाज और अन्य सामाजिक संगठनों ने भी इस अभियान की जमकर सराहना की। ⸻ अभियान का पर्यावरण और समाज पर प्रभाव यह अभियान न केवल जल स्रोतों की सफाई कर रहा है, बल्कि लोगों में जल संरक्षण और पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रहा है। सामूहिक प्रयास नर्मदापुरम को स्वच्छ और सुंदर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ⸻ धन्यवाद एवं आगे की प्रतिबद्धता जल गंगा संवर्धन अभियान की सफलता में योगदान देने वाले सभी व्यक्तियों, संगठनों और अधिकारियों का धन्यवाद। उनके सहयोग से यह आंदोलन और मजबूत होगा तथा जल स्रोतों का संरक्षण सतत जारी रहेगा।

लाड़ली बहना योजना ने महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण का वरदान दिया है, जिससे वे अपने सपनों को सच करने और समाज में बदलाव लाने में सक्षम हुई हैं

लाड़ली बहनों के ख्वाबों को पंख मिले भारत के हृदय प्रदेश, मध्य प्रदेश में एक ऐतिहासिक सामाजिक परिवर्तन की नींव रखी जा चुकी है, जिसे आज लाड़ली बहना योजना के नाम से जाना जाता है। यह योजना मात्र वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं, बल्कि यह महिलाओं की गरिमा, आत्मनिर्भरता और निर्णय लेने की शक्ति का सशक्त प्रतीक बन चुकी है। राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई इस अभिनव पहल ने महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त किया है, बल्कि सामाजिक परिप्रेक्ष्य में भी उन्हें एक नई पहचान दी है। सामाजिक बदलाव की संवाहक वर्ष 2023 में प्रारंभ हुई लाड़ली बहना योजना का मूल उद्देश्य राज्य की पात्र महिलाओं को प्रतिमाह ₹1,250 की सहायता राशि प्रदान करना था। समय के साथ योजना ने न केवल व्यापकता प्राप्त की, बल्कि इसके माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं में जागरूकता, सहभागिता और सशक्तिकरण का नया अध्याय आरंभ हुआ। 2025 में जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीधी जिले में इस योजना की 24वीं किस्त जारी की, तब यह संख्या 1.27 करोड़ से अधिक महिलाओं तक पहुंच चुकी थी—जो एक प्रशासनिक उपलब्धि से कहीं अधिक, सामाजिक न्याय की एक जीत है। वित्तीय सहायता से मानसिक बल तक यह तथ्य महत्वपूर्ण है कि जब किसी महिला को नियमित रूप से आर्थिक सहायता प्राप्त होती है, तो वह न केवल अपने घर-परिवार के निर्णयों में भागीदार बनती है, बल्कि बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, और भोजन जैसी आवश्यकताओं में योगदान देकर सामाजिक प्रगति को भी गति देती है। लाड़ली बहना योजना ने यह सुनिश्चित किया कि महिलाएं अब केवल घरेलू भूमिकाओं में सीमित न रहें, बल्कि वे समाज में अपनी आर्थिक पहचान स्वयं निर्मित करें। यह योजना उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी रही है जो या तो विधवा हैं, परित्यक्ता हैं या पारिवारिक स्तर पर आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इससे प्राप्त धनराशि को कई महिलाओं ने लघु व्यापार, बच्चों की पढ़ाई, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आवश्यक खर्चों में लगाया, जो यह दिखाता है कि यह योजना आत्मनिर्भरता की नींव को कैसे मज़बूत कर रही है। पारदर्शिता और भागीदारी का मॉडल एक सफल जनकल्याणकारी योजना वही मानी जाती है, जिसमें पारदर्शिता हो, शिकायत निवारण तंत्र सक्रिय हो और लाभार्थियों को समय पर सहायता प्राप्त हो। लाड़ली बहना योजना इन सभी कसौटियों पर खरी उतरी है। भले ही किसी एक माह में भुगतान में थोड़ी देरी हुई, परंतु उसे त्वरित रूप से हल किया गया और यह सुनिश्चित किया गया कि ऐसी चूकों की पुनरावृत्ति न हो। लाभार्थियों को अपनी स्थिति की ऑनलाइन जानकारी देना और आवेदन की प्रक्रिया को सरल बनाना, इस योजना को तकनीकी रूप से भी दक्ष बनाता है। समावेशी विकास की दिशा में कदम लाड़ली बहना योजना, केवल आर्थिक सहायता से आगे बढ़कर समग्र विकास की ओर इशारा करती है। राज्य सरकार इस योजना को अब कौशल विकास, स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा से जोड़ने पर विचार कर रही है। इससे महिलाओं को दीर्घकालिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा। अगर महिलाओं को प्रशिक्षण, डिजिटल शिक्षा, कृषि आधारित व्यवसाय और उद्यमशीलता की दिशा में अवसर दिए जाएं, तो यह योजना एक स्थायी सामाजिक क्रांति का रूप ले सकती है। सामुदायिक परिवर्तन की कहानियाँ लाड़ली बहना योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में कई प्रेरणादायक कहानियाँ भी रची हैं। रीवा जिले की एक महिला रेखा पटेल ने इस राशि से सिलाई मशीन खरीदी और अब वे गांव की अन्य महिलाओं को भी प्रशिक्षण दे रही हैं। बालाघाट की गीता बाई ने इस राशि से छोटी किराना दुकान शुरू की और अब वे आत्मनिर्भर हैं। इसी तरह कई महिलाओं ने शिक्षा में निवेश कर अपने बच्चों का भविष्य संवारा है। यह योजनाएँ केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन में वास्तविक परिवर्तन की कहानियों का संग्रह हैं। भविष्य की राह और चुनौतियाँ हालांकि योजना की सफलता उल्लेखनीय है, लेकिन यह जरूरी है कि इसे समय के साथ विकसित किया जाए। केवल वित्तीय सहायता पर निर्भरता नहीं, बल्कि महिलाओं को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक निर्णयों में भागीदार बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएं। ग्राम स्तर पर महिला समितियों का गठन, स्वास्थ्य जागरूकता शिविर, और महिला सशक्तिकरण पर कार्यशालाएं इस दिशा में सहायक हो सकती हैं। राष्ट्रीय मॉडल बनने की क्षमता लाड़ली बहना योजना अब एक ऐसे बिंदु पर पहुंच चुकी है, जहां इसकी सफलता से अन्य राज्य भी प्रेरणा ले सकते हैं। केंद्र सरकार और अन्य राज्य सरकारें यदि इस मॉडल को अपनाते हैं और स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार इसे ढालते हैं, तो यह योजना देशभर में महिलाओं के जीवन में परिवर्तन ला सकती है। आत्मसम्मान और स्वतंत्रता की नींव महात्मा गांधी ने कहा था, “यदि आप एक पुरुष को शिक्षित करते हैं, तो आप एक व्यक्ति को शिक्षित करते हैं। लेकिन यदि आप एक महिला को शिक्षित करते हैं, तो आप एक पूरे राष्ट्र को शिक्षित करते हैं।” लाड़ली बहना योजना इस विचार को साकार कर रही है। यह योजना उस भारत की कल्पना को मूर्त रूप दे रही है, जहां महिलाएं सिर्फ समर्थ नहीं, बल्कि समाज की दिशा तय करने वाली हों। यह योजना केवल एक वित्तीय सहायता कार्यक्रम नहीं, बल्कि महिलाओं की स्वायत्तता, गरिमा और सामाजिक भागीदारी का उत्सव है। जब कोई महिला आत्मनिर्भर होती है, तो उसके साथ उसका परिवार, समाज और राष्ट्र सशक्त होता है। लाड़ली बहना योजना इसी परिवर्तन की कहानी है—सशक्त बहनें, समृद्ध भविष्य की जीवंत गाथा।

NIA Nabs Two Key ISIS Operatives at Mumbai Airport After Return from Indonesia

In a significant breakthrough, the National Investigation Agency (NIA) has arrested two wanted ISIS operatives at Mumbai’s Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport. The arrests were made late Friday night as the duo arrived from Jakarta, Indonesia, where they had been evading authorities. The accused, identified as Abdullah Faiyaz Shaikh (alias Diaperwala) and Talha Khan, were intercepted by the Bureau of Immigration at Terminal 2. According to NIA officials, the two were key members of an ISIS sleeper cell and had been absconding in connection with a 2023 case involving the fabrication and testing of Improvised Explosive Devices (IEDs) in Pune’s Kondhwa area. Both men had organized bomb-making workshops and conducted controlled IED tests as part of a broader terror plot. They had non-bailable warrants issued against them and carried a reward of ₹3 lakh each for information leading to their arrest. They were earlier chargesheeted along with eight other accused operatives — including Mohammed Imran Khan, Mohammed Yunus Saki, Abdul Kadir Pathan, and others — who are currently in judicial custody. Investigations suggest the group was planning to disrupt national security and communal harmony under ISIS’s extremist ideology, with aims to impose Islamic rule in India through violent means. The accused are booked under the Unlawful Activities (Prevention) Act (UAPA), Explosive Substances Act, Arms Act, and the Indian Penal Code. The NIA emphasized that the arrests reaffirm India’s zero-tolerance policy on terrorism and its resolve to eliminate ISIS-linked threats within the country. Shaikh and Khan will be produced before the NIA Special Court in Mumbai for further legal proceedings.

Bomb Threat Email Targets Mumbai Airport and Taj Hotel, Sparks Major Security Alert

A significant security scare unfolded on May 16 after an email threatened to bomb Mumbai’s Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport and the iconic Taj Mahal Palace Hotel. The email claimed the attacks would be carried out as revenge for the executions of Afzal Guru and S. Shankar, also known as Savukku Shankar. This prompted immediate action from Mumbai Police and intelligence agencies. The threatening email was addressed to Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis and a recipient referred to as “Inspector Saab.” It was received on the official email ID of the Airport Police Station – ps.airport.mum@mahapolice.gov.in. Constable Mahesh Gyandev Kadam, 35, who was on duty at the time, accessed the email around 5:30 PM and promptly alerted his superiors. Officials confirmed that the email originated from the address viduthalai_puli_vellum@outlook.com and had been sent at 5:55 AM. The sender claimed that seven IED bombs made using RDX had been planted at both the airport and the Taj Mahal Palace Hotel, calling for the immediate evacuation of these locations. Describing the threat as a “sacred mission,” the sender cited the hangings of Afzal Guru and Shankar as motivation. The email further stated that the explosives were prepared using locally available materials. It also included references to certain political and administrative figures, a “pink envelope,” and alleged video evidence. Constable Kadam swiftly informed Duty Supervisor PI Whatkar and Senior PI Mane. Following protocol, ATC officer PSI Sunil Khair was notified, who then called in the Bomb Detection and Disposal Squad (BDDS) West-1 team. Between 6:35 PM and 7:30 PM, the BDDS team conducted an extensive sweep of several key areas, including the airport terminal, departure gates 1 and 2, the arrival gate, taxi stand, Hotel Taj Santacruz, and the ATC tower. However, the search yielded no explosives or suspicious items. Preliminary investigations indicate the email was likely sent anonymously with the intent to cause fear and disrupt public order. Acting on a government complaint, the Airport Police Station has registered a case under Sections 125, 351(1)(3)(4), and 353(1)(b) of the Bharatiya Nyaya Sanhita, 2023, against the unknown sender. The matter remains under active investigation.

भारत-यूएस व्यापार समझौते पर ट्रंप का दावा: “भारत अमेरिकी उत्पादों पर 100% टैरिफ हटाने को तैयार”

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (16 मई 2025) को एक बार फिर दावा किया कि भारत ने अमेरिका को शून्य-शुल्क (zero-tariff) व्यापार समझौता देने की पेशकश की है। ट्रंप ने यह बयान भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव में अपनी “शांति स्थापित करने की भूमिका” को उजागर करते हुए दिया। फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत-पाक तनाव को व्यापार वार्ता की ओर मोड़कर हल करने की कोशिश की।उन्होंने कहा, “नफरत बहुत गहरी थी। और मैंने कहा, ‘हम व्यापार की बात करेंगे। हम बहुत सारा व्यापार करेंगे।’” भारत को दुनिया के “सबसे ऊंचे टैरिफ वाले देशों में से एक” बताते हुए ट्रंप ने कहा कि वे व्यापार के जरिए “पुराना हिसाब चुकता” कर रहे हैं और शांति ला रहे हैं। उन्होंने कहा, “क्या आपको पता है कि वे अमेरिका के लिए अपने 100% टैरिफ खत्म करने को तैयार हैं?” हालांकि, भारत की ओर से इस दावे पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इसके उलट, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” (जिसके तहत 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई) की पृष्ठभूमि में भारत-अमेरिका नेताओं के बीच हुई फोन बातचीत में व्यापार का कोई ज़िक्र नहीं हुआ। जब ट्रंप से पूछा गया कि भारत के साथ व्यापार समझौता कब तक हो सकता है, तो उन्होंने कहा, “हां, वो जल्द आएगा। मुझे कोई जल्दी नहीं है। देखिए, हर कोई हमारे साथ समझौता करना चाहता है।” उन्होंने आगे कहा, “दक्षिण कोरिया भी समझौता करना चाहता है… लेकिन मैं हर किसी से समझौता नहीं कर सकता। मैं सिर्फ सीमित समझौते करूंगा क्योंकि आप इतने सारे लोगों से मिल नहीं सकते। मेरे पास 150 देश हैं जो समझौता करना चाहते हैं।” यह सातवां अवसर था जब राष्ट्रपति ट्रंप ने सात दिनों में दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव “कम करने में मदद” की है। उधर, भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर मंत्री स्तर की बैठकें शनिवार (17 मई 2025) से वाशिंगटन में शुरू होने जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल इन बैठकों के लिए अमेरिका पहुंच चुके हैं।

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