Burglar Caught by Family After Midnight Break-in in Aishbagh

Bhopal – A midnight burglary attempt in Aishbagh’s Jagannath Colony was foiled when family members overpowered the intruder after he attacked a youth who confronted him. The incident occurred around 1 am on Thursday when Aamir Ali, a construction worker, woke up to a noise in his room and found a man stealing valuables from his cupboard. On trying to stop him, Aamir was attacked and sustained injuries to his head and back. His cries alerted family members from the first floor, who rushed downstairs, caught hold of the burglar, and handed him over to the police. The accused has been identified as Saddam Hussain (34), a resident of Uttar Pradesh. Police said he is being interrogated.

गूगल मैप पर भरोसा पड़ा भारी: बेतूल में दो भाइयों की कार बही, ग्रामीणों ने बचाई जान

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक ही परिवार के तीन सदस्यों और एक मासूम की मौत के 48 घंटे के भीतर मध्यप्रदेश के बेतूल ज़िले में भी ऐसा ही हादसा होते-होते टल गया। शुक्रवार रात को यहां दो भाई — दोनों संगीतकार — गूगल मैप के बताए रास्ते पर चलते हुए पानी में डूबे एक पुलिया पर चढ़ गए। तेज़ धारा ने उनकी कार को बहा ले जाने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों की तत्परता से उनकी जान बच गई। यह हादसा चोपना थाना क्षेत्र के बटकी डोह पुलिया पर हुआ। 26 वर्षीय कबीर सिंदूर और उनके बड़े भाई 27 वर्षीय हंसराज सिंदूर, जो सारनी के रहने वाले हैं, नारायणपुर में होने वाले जागरण कार्यक्रम में जा रहे थे। आयोजकों ने उन्हें लाइव लोकेशन भेजी थी, जिसे वे गूगल मैप पर फॉलो कर रहे थे। रास्ते में पुलिया पर पानी भरा मिला। उन्हें लगा पानी कम है और कार निकल जाएगी। जैसे ही कार का एक पहिया फिसला, वाहन तेज़ धारा में बहने लगा। हंसराज ने बताया, “गूगल मैप पर भरोसा करना हमारी ज़िंदगी पर भारी पड़ गया। हमें लगा पानी उथला है, लेकिन कार तुरंत बहने लगी। हम अंदर फंसे थे और बिल्कुल बेबस महसूस कर रहे थे। अगर गांववालों और पुलिस ने समय रहते मदद न की होती, तो हम शायद जिंदा न होते।” चोपना थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह परिहार ग्रामीणों के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। स्थानीय गोताखोरों और गांववालों की मदद से दोनों भाइयों को सुरक्षित निकाला गया। कार को शनिवार सुबह बाहर खींचा गया। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बारिश और बाढ़ के समय केवल नेविगेशन ऐप पर भरोसा न करें। ग्रामीण क्षेत्रों, जंगलों और नदियों के आसपास अचानक जलस्तर बढ़ जाता है। ऐसे में स्थानीय लोगों से पूछकर ही सुरक्षित मार्ग चुनना चाहिए।

भोपाल नगर निगम में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, वर्षों से एक ही ज़ोन में जमे अधिकारियों का होगा तबादला

भोपाल नगर निगम (BMC) में जल्द ही बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होने जा रहा है। जिन स्वच्छता प्रभारी और ज़ोनल अधिकारी लंबे समय से एक ही ज़ोन में तैनात हैं, उन्हें अब हटाया जाएगा। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक, सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने सूची तैयार कर ली है और औपचारिक आदेश एक सप्ताह के भीतर जारी हो जाएंगे। यह पहली बार होगा जब ज़ोन स्तर पर तैनात अधिकारियों का बड़े पैमाने पर पुनर्गठन किया जाएगा। इन अधिकारियों पर बार-बार शिकायतें आने के बावजूद कई वर्षों से वे अपने पद पर जमे हुए थे। फिलहाल अधिकांश ज़ोन “इन-चार्ज सिस्टम” पर चल रहे हैं, जिसमें निचले स्तर के कर्मचारी जैसे अतिक्रमण गार्ड, एलडीसी और स्टेनोग्राफर को स्वच्छता अधिकारी का अतिरिक्त दायित्व दिया गया है। कई मामलों में कर्मचारी 5 से 10 साल तक एक ही ज़ोन में बिना रोटेशन के काम करते रहे हैं। नई व्यवस्था के तहत इन-चार्ज सिस्टम को खत्म कर विभागीय मूल स्टाफ को जिम्मेदारी दी जाएगी। स्वास्थ्य शाखा में सैनिटरी इंस्पेक्टर और राजस्व शाखा में एआरआई को ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी। दोनों विभागों की सूची तैयार हो चुकी है और अब केवल आयुक्त की अंतिम मंज़ूरी बाकी है। लंबे समय से पदस्थ अधिकारी

नशा माफिया और मंत्रियों पर कांग्रेस का हमला, ‘वोट चोरी’ रैली में जताया विरोध

भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर गुरुवार को जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित ‘वोट चोरी’ रैली में कांग्रेस ने राज्य सरकार को नशा माफिया के मुद्दे पर घेरा। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने उन तीन मंत्रियों पर सवाल उठाए, जिनकी तस्वीरें हाल ही में नशा माफिया के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पूछा कि क्या राज्य सरकार इन तीन मंत्रियों से इस्तीफ़ा लेगी? उन्होंने रैली में मौजूद महिलाओं से भी सवाल किया कि क्या वे राज्य में बढ़ते नशा माफिया और शराबखोरी के खिलाफ आंदोलन का समर्थन करती हैं। पटवारी ने कहा कि उन्हें किसी का डर नहीं है और वे प्रदेश में शराबखोरी और नशा माफिया के खिलाफ लगातार आंदोलन करेंगे। गौरतलब है कि कुछ समय पहले पटवारी खुद विवादों में आ गए थे, जब उन्होंने बयान दिया था कि मध्यप्रदेश की महिलाएं अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा शराब पी रही हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने भी मंच से सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “दुनिया में मतदाता सरकार बनाते हैं, लेकिन मोदी युग में सरकार ही मतदाता बना रही है।”

भोपाल में 22 नए ओपन जिम बनेंगे, पुराने पड़े जर्जर

भोपाल नगर निगम (BMC) ने शहर में 22 से अधिक नए ओपन जिम स्थापित करने की योजना बनाई है। इस पर करीब 31 लाख रुपये खर्च होंगे। हालांकि, शहर में पहले से लगे अधिकांश ओपन जिम खस्ताहाल पड़े हैं। नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, ओपन जिम की शुरुआत वर्ष 2018 में शहर के विभिन्न पार्कों में की गई थी। उद्देश्य था कि सुबह-शाम टहलने वाले लोग व्यायाम कर स्वस्थ रहें। शुरुआत में पहल को अच्छा प्रतिसाद मिला, लेकिन जल्द ही मशीनों के रखरखाव में लापरवाही के कारण हालात बिगड़ गए। आज की स्थिति यह है कि शहर के करीब 80% ओपन जिम पूरी तरह बंद पड़े हैं। लोहे की मशीनें या तो टूट चुकी हैं, जंग खा रही हैं या चोरी हो चुकी हैं। इसके बावजूद निगम ने 125 नई मशीनें खरीदने के लिए टेंडर जारी किया है। इनमें पांच प्रकार की मशीनें शामिल हैं – बॉडी शेपर (ट्विस्टर), लेग एंड थाई एक्सेसराइज़र, एयर स्विंग, लेग प्रेस और बाइसिकल। प्रत्येक मशीन की 25-25 यूनिट लगाई जाएंगी। नई जिम की लोकेशन पार्षदों की मांग के आधार पर तय होगी और नगर निगम की महापौर मालती राय इनके लोकार्पण की शुरुआत करेंगी। निगम के खेल प्रकोष्ठ का कहना है कि प्रत्येक ओपन जिम के साथ दो साल की मेंटेनेंस वारंटी होती है, लेकिन पुरानी मशीनें अब पांच साल पुरानी हो चुकी हैं और उन्हें सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

भोपाल में साइबर क्राइम का नया खुलासा, बैंक कर्मचारी भी शामिल

भोपाल में साइबर अपराध ने नया और चिंताजनक मोड़ ले लिया है। अब कई मामलों में बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आने लगी है। हाल ही में ₹4 करोड़ के बैंक खाता धोखाधड़ी मामले ने इस खतरे को और उजागर किया है। ताज़ा मामला एमपी नगर स्थित एक निजी बैंक शाखा से जुड़ा है। स्वास्थ्य बीमा एजेंट आदित्य सिंह ने एक व्यक्ति के दस्तावेज़ स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के नाम पर लिए और बिना सहमति उसके नाम से बैंक खाता खोल दिया। जांच में सामने आया कि शाखा प्रबंधक सुमित मेवारी भी इस पूरे खेल में शामिल थे। खाते में ₹4 करोड़ का लेन-देन हुआ और बाद में खाता बंद कर दिया गया। यह धोखाधड़ी तब सामने आई जब आयकर विभाग ने संदिग्ध लेन-देन पर नोटिस भेजा। नोटिस पाकर पीड़ित व्यक्ति हैरान रह गया और पुलिस से शिकायत की। इसके बाद बैंक अधिकारियों की भूमिका का पर्दाफाश हुआ और पुलिस ने शाखा प्रबंधक सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। लगातार बढ़ रहे म्यूल अकाउंट मामले यह घटना पहली नहीं है। नवंबर 2024 में हनुमानगंज पुलिस ने एक गिरोह को पकड़ा था, जो बिहार से आकर फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए म्यूल अकाउंट खोलता था और उन्हें साइबर अपराधियों को ₹10,000 में बेच देता था। इस काम में स्थानीय बैंक कर्मचारियों की भी मदद ली जाती थी। इसी तरह, अयोध्या नगर में भी एक बैंक प्रबंधक पर म्यूल अकाउंट खोलने वाले रैकेट को संरक्षण देने के आरोप लगे थे। एक अन्य मामले में एक महिला ग्राहक ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके खाते से बिना ओटीपी वेरिफिकेशन के ₹82,000 निकाल लिए गए। जब उसने आपत्ति जताई तो बैंक कर्मचारियों ने कहा कि रकम रिकवरी होने पर वापस कर दी जाएगी। पुलिस और साइबर सेल की सख्ती साइबर अपराध समिति की बैठकों में बैंक कर्मचारियों की संदिग्ध भूमिका पर चिंता जताई गई है। एसीपी साइबर क्राइम सुजीत तिवारी ने बताया कि बैंकों से संदिग्ध खातों और लेन-देन का ब्योरा देने को कहा गया है। साथ ही, खाते खोलने से पहले ग्राउंड वेरिफिकेशन प्रक्रिया को और मज़बूत करने के निर्देश दिए गए हैं। साइबर अधिकारियों का मानना है कि खाते खोलने के लक्ष्यों के दबाव में कुछ बैंक कर्मचारी या तो जानबूझकर अपराधियों से मिल जाते हैं या फिर उनकी गतिविधियों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं।

अमेरिका ने 50% टैरिफ लगाया, एमपी के उद्योगपतियों ने नए बाजारों की ओर रुख किया

अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर बुधवार से 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद, मध्य प्रदेश के उद्योगपति अब अपने निर्यात कारोबार को बनाए रखने के लिए अफ्रीका, यूरोपीय संघ और ऑस्ट्रेलिया जैसे नए अंतरराष्ट्रीय बाजारों की ओर देख रहे हैं। अमेरिका फिलहाल एमपी के कुल वैश्विक निर्यात का लगभग 16% हिस्सा है, जिसकी कीमत ₹13,509 करोड़ आँकी गई है। इस टैरिफ का सबसे बड़ा असर टेक्सटाइल सेक्टर पर पड़ने की संभावना है। भोपाल के बागरोधा स्थित खाद्य और वस्त्र उद्योग चलाने वाली अल्का अग्रवाल ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ से टेक्सटाइल सेक्टर प्रभावित हुआ है क्योंकि यह मुख्य बाज़ारों में से एक था। उन्होंने कहा—“पिछले कुछ महीनों में केंद्र सरकार ने यूरोपीय संघ जैसे नए बाजार खोलने की पहल की है। अब ध्यान ईयू, अफ्रीकी देशों और ऑस्ट्रेलिया पर केंद्रित किया जा रहा है। असर ज़रूर है, लेकिन उतना गहरा नहीं जितना अनुमान लगाया गया था।” पिथमपुर के उद्योगपति गौतम कोठारी का मानना है कि टेक्सटाइल और फार्मा सेक्टर पर असर दिखेगा, लेकिन यह गंभीर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि निर्यातक बांग्लादेश जैसे देशों के रास्ते अमेरिकी बाजार तक पहुँचने के विकल्प तलाश सकते हैं। वहीं, भोपाल के उद्योगपति सी. बी. मालपानी ने कहा कि असर तुरंत दिखेगा क्योंकि सप्लाई बाधित होगी। लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका भारतीय दवाओं के बिना अपनी ज़रूरतें पूरी नहीं कर सकता। उनका मानना है कि कई निर्यातक कनाडा या अन्य देशों के रास्ते अमेरिकी मांग पूरी करेंगे और स्थिति कुछ महीनों में स्थिर हो जाएगी। टेक्सटाइल निर्यात को झटका मध्य प्रदेश के वित्तीय वर्ष 2024–25 में अमेरिका को किए गए परिधान और वस्त्र निर्यात के आँकड़े बताते हैं कि अमेरिका को कुल ₹13,509 करोड़ के निर्यात में से ₹3,546 करोड़ सिर्फ टेक्सटाइल और परिधान से जुड़े हैं। अमेरिका को एमपी से होने वाले कुल टेक्सटाइल निर्यात (HSN 52–63) में 26% योगदान है। इनमें से सिर्फ HSN 63 (टेक्सटाइल आर्टिकल्स और पुराने कपड़े) का हिस्सा ही 85% से अधिक है।

भोपाल में 99 एकड़ भूमि का सीमांकन, मछली परिवार की अवैध कब्जेदारी पर कार्रवाई तेज

भोपाल जिला प्रशासन ने बुधवार को पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग की 99 एकड़ भूमि का सीमांकन अभियान शुरू किया। अनंतपुरा स्थित इस भूमि पर कुख्यात मछली परिवार द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध कब्जे की शिकायतें सामने आई थीं। सुबह 11 बजे कोकता बायपास से शुरू हुए इस सर्वे में तीन तहसीलदार, तीन राजस्व निरीक्षक और 11 पटवारी शामिल हुए। पूरी कार्यवाही एसडीएम रविश कुमार श्रीवास्तव और तहसीलदार सौरभ वर्मा की देखरेख में सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। अधिकारियों ने जिन क्षेत्रों पर कब्जा पाया, उन्हें लाल घेरे से चिन्हित किया, जिससे आसपास के स्थानीय निवासियों में चिंता का माहौल बन गया कि कहीं उनके मकान भी अधिग्रहित भूमि की श्रेणी में न आ जाएं। यह कार्रवाई मछली परिवार पर पिछले 23 दिनों से जारी शिकंजे का ही हिस्सा है। अब तक लगभग 150 करोड़ रुपये की सात अवैध संपत्तियां ध्वस्त की जा चुकी हैं। इनमें 21 अगस्त को आरोपी शाहवर मछली का 15 हजार वर्गफीट का आलीशान बंगला भी शामिल है, जिसे नशा तस्करी और दुष्कर्म मामलों से जोड़ा गया है। इससे पहले 30 जुलाई को परिवार की छह संपत्तियां तोड़ी गई थीं। अधिकारियों के अनुसार, राजस्व अभिलेखों में परिवार के पास कोकता बायपास क्षेत्र में 26 एकड़ जमीन दर्ज है, जिसमें से करीब 12 एकड़ निजी कॉलोनाइज़र्स को बेची जा चुकी है। प्रशासन ने मछली परिवार के सदस्यों सहित 20 लोगों को नोटिस जारी कर सीमांकन प्रक्रिया में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। एसडीएम श्रीवास्तव ने बताया कि यह 99 एकड़ भूमि 1990 के दशक में पशुपालन विभाग को आवंटित की गई थी। विभाग ने हाल ही में यहां राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत प्रजनन एवं अनुसंधान केंद्र तथा पशुओं के लिए चराई स्थल विकसित करने हेतु सीमांकन का अनुरोध किया था। अधिकारियों का अनुमान है कि यह प्रक्रिया 7 से 10 दिनों में पूरी हो जाएगी।

मप्र में ऊर्जा कंपनियों में 51 हजार नियुक्तियां, 1,000 को नियुक्ति पत्र बांटे गए

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को राजधानी में आयोजित एक समारोह में राज्य की ऊर्जा कंपनियों में चयनित 1,000 से अधिक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि राज्य की ऊर्जा कंपनियों में कुल 51,000 लोगों को रोजगार दिया जाएगा। सीएम यादव ने कहा कि नई नियुक्तियां बिजली कंपनियों की कार्यक्षमता को मजबूत बनाएंगी। उन्होंने बताया कि किसानों को इस वर्ष 20,267 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा रही है, जबकि अब तक एक करोड़ से अधिक परिवारों को 6,445 करोड़ रुपये की सब्सिडी का लाभ मिल चुका है। उन्होंने कहा कि बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए हर संभव संसाधन का उपयोग किया जा रहा है और ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ को सक्रिय रूप से लागू किया जा रहा है। सांची को प्रदेश का पहला सोलर सिटी बनाया गया है और करीब 32 लाख किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्वच्छ ऊर्जा पहल ऊर्जा उद्योग को बदल रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएचई विभाग ने अपनी बिजली उत्पादन शुरू की है, जिससे ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारियां और बढ़ेंगी तथा कुशल जनशक्ति की मांग भी बढ़ेगी। उन्होंने सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई कि मध्यप्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों की सूची में शामिल करना लक्ष्य है। इस अवसर पर सीएम ने ऊर्जा कंपनियों की उपलब्धियों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया, ऊर्जा क्षेत्र पर बनी एक फिल्म देखी और बिजली कर्मचारियों के संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत की।ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मुख्यमंत्री का शॉल, साफा और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया और 51,000 से अधिक नियमित पदों को स्वीकृति देने के फैसले की जानकारी दी।

नर्सिंग कॉलेज घोटाला मामला: जस्टिस अतुल श्रीधरन ने सुनवाई से खुद को अलग किया

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में नर्सिंग कॉलेज “घोटाले” से जुड़े मामले की सुनवाई कर रही डिवीजन बेंच के सदस्य जस्टिस अतुल श्रीधरन ने मंगलवार को खुद को इस मामले से अलग कर लिया। उन्होंने बताया कि उनका स्थानांतरण छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में हो चुका है, इसलिए मुख्य न्यायाधीश से नई बेंच गठित करने का अनुरोध किया है। यह जनहित याचिका (PIL) लॉ स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष विशाल बघेल द्वारा दायर की गई थी। याचिका में आरोप लगाया गया था कि मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल ने नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने में भारी अनियमितताएं की हैं। दर्जनों कॉलेज बिना आवश्यक संसाधनों और स्टाफ के केवल कागज़ों पर ही संचालित हो रहे हैं। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने प्रदेशभर के सभी नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता की जांच सीबीआई से करवाई। जांच में कॉलेजों को तीन श्रेणियों में बांटा गया— पिछली सुनवाई में याचिकाकर्ता ने एक अवमानना याचिका दायर कर आरोप लगाया कि कोर्ट के आदेश के बावजूद ‘अयोग्य’ कॉलेजों के छात्रों को ‘योग्य’ कॉलेजों में स्थानांतरित नहीं किया जा रहा है। इस पर एमपी नर्सिंग काउंसिल का तर्क था कि छात्रों को केवल उसी जिले के किसी अन्य कॉलेज में ही स्थानांतरित किया जा सकता है। हालांकि, अदालत ने नियम को शिथिल करते हुए कहा कि छात्रों के हित में उन्हें अन्य जिलों के कॉलेजों में भी स्थानांतरित किया जा सकता है।

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