भोपाल में हाई-प्रोफाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश: दो इंजीनियर और एक प्राइवेट कर्मचारी गिरफ्तार, ₹1.5 करोड़ की चोरी में लिप्त
भोपाल पुलिस ने गुरुवार को एक हाई-प्रोफाइल चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसमें दो कंप्यूटर साइंस इंजीनियर और एक प्राइवेट फर्म कर्मचारी शामिल हैं। इन तीनों ने शहर में ₹1.5 करोड़ से अधिक की चोरियों को अंजाम दिया था। गिरोह चोरी से प्राप्त सोना और नकदी को लोन के जरिए रियल एस्टेट में निवेश कर रहा था। सफेद कार बना पहचान का सुराग भोपाल के पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि यह जांच 14 मई को डैनिश कुंज इलाके में हुई बड़ी चोरी के बाद शुरू हुई। घटनास्थल के पास एक संदिग्ध सफेद कार सीसीटीवी में नजर आई। गाड़ी का नंबर स्पष्ट नहीं था, लेकिन मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस को यशवंत रघुवंशी (विदिशा निवासी), भूपेंद्र साहू (रायसेन निवासी, वर्तमान में कटारा हिल्स में रहने वाला) और अभिलाष विश्वकर्मा (छिंदवाड़ा निवासी) पर शक हुआ। तीनों की गिरफ्तारी और कबूलनामा पुलिस ने यशवंत को विदिशा से, भूपेंद्र को कटारा हिल्स से और अभिलाष को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया। पूछताछ में तीनों ने कोलार रोड के तीन स्थानों और कटारा हिल्स में एक स्थान पर चोरी की बात स्वीकार की। दिन में रैकी, रात में वारदात गिरोह दिन के समय खाली मकानों की पहचान करता और रात में बाहरी साथियों को बुलाकर चोरी करता। सहयोगियों को होटल में ठहराया जाता और चोरी के बाद उन्हें लूट का हिस्सा देकर शहर से बाहर भेज दिया जाता था। लूट से रियल एस्टेट में निवेश मुख्य आरोपी चोरी का सोना मांडीद्वीप स्थित मुथूट फाइनेंस में गिरवी रखकर लोन लेते थे, जिससे रियल एस्टेट में निवेश किया जाता था। पुलिस ने ₹40 लाख मूल्य का सोना फाइनेंस कंपनी से जब्त कर फ्रीज़ किया है। शैक्षणिक पृष्ठभूमि और जब्ती तीनों आरोपी उच्च शिक्षित हैं — यशवंत और अभिलाष कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हैं, जबकि भूपेंद्र एक निजी कंपनी में कार्यरत है। पुलिस ने इनके पास से सोने-चांदी के आभूषण, चांदी के सिक्के और ₹24,000 नकद बरामद किए हैं। इनके बैंक खातों को भी फ्रीज़ कर दिया गया है, जिनमें चोरी से संबंधित ₹60 लाख की अतिरिक्त लेन-देन का पता चला है। पुलिस की सख्त कार्रवाई भोपाल पुलिस ने इस मामले को संगठित और पेशेवर अपराध मानते हुए, आगे की जांच के लिए वित्तीय लेन-देन और रियल एस्टेट निवेश पर विशेष ध्यान देने की बात कही है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि कहीं और भी इस गिरोह ने चोरी की घटनाओं को अंजाम तो नहीं दिया।
