Metro Awaits Safety Certification, CMRS Visit Expected Soon

Scheduled for an October rollout, the Metro in the state capital requires mandatory certification from the Commissioner of Metro Railway Safety (CMRS) before operations can begin. According to officials, the CMRS will visit the city twice prior to granting approval. The first inspection will focus on the Metro Depot and rolling stock (trains), while the second visit will cover Metro stations. Departments including Civil, Signalling, and Telecom are required to upload their compliance reports online for scrutiny. “Many departments have already submitted their reports, and the first visit by CMRS is expected shortly,” an official from the Madhya Pradesh Metro Rail Corporation told The Free Press. Meanwhile, senior officers are carrying out regular reviews of the project. On Saturday, Metro Corporation MD S. Krishna Chetanya inspected the ongoing works and assured that all tasks will be completed on schedule. On Sunday, Additional Chief Secretary (Urban Development) Sanjay Dubey also reviewed the preparations.

Ugandan Woman Caught with Narcotics Sent to Bhopal Jail

Bhopal – In a major crackdown on drug peddling, the special court of the Directorate of Revenue Intelligence (DRI), Bhopal, has sent a Ugandan woman—recently caught with narcotics—into judicial custody, officials confirmed. The woman was arrested by DRI’s regional unit from Bhopal Railway Station on August 28, while she was travelling from Delhi to Mumbai with a consignment of crystal meth worth crores. Based on intelligence inputs, officers intercepted her midway before she could deliver the drugs. Officials said the accused was produced in court and sent to Bhopal Central Jail till further orders. She was not taken on police remand, and if required, DRI officers will interrogate her inside the jail. The Railway Protection Force (RPF) assisted in the operation. Crystal Meth: Highly Addictive & DeadlyCrystal meth—popularly known as ice or glass—is a dangerous synthetic drug made by combining substances like lithium, iodine, and acid. It is consumed by smoking, sniffing, or injecting. Experts warn that its use can severely damage the body and brain, leading to insomnia and other fatal health issues. Third Major Seizure in 15 DaysThis is the DRI’s third major strike in Bhopal within a fortnight. On August 16, officers busted a factory in Jagdishpur and seized mephedrone worth ₹92 crore. Four days later, they nabbed two smugglers from the Rajdhani Express, recovering hydroponic weed valued at ₹24 crore.

31 अगस्त को बीएमसी ने कर वसूली में बनाया रिकॉर्ड, एक दिन में 19.85 करोड़ जमा

भोपाल नगर निगम (बीएमसी) ने रविवार को कर वसूली में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। 6% की छूट (रीबेट) योजना की अंतिम तिथि होने के कारण हजारों करदाताओं ने बकाया चुकाने के लिए वार्ड और जोनल कार्यालयों का रुख किया। नतीजतन, निगम ने एक ही दिन में कुल 19.85 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड संग्रह किया। निगम अधिकारियों के अनुसार, इस राशि में 14.10 करोड़ रुपये संपत्ति कर और 2.99 करोड़ रुपये जलकर से प्राप्त हुए। सुबह से ही नगर निगम के 85 वार्ड कार्यालय और 21 जोनल कार्यालय खुले रहे, जहां देर रात तक करदाता पंक्तिबद्ध होकर बकाया कर जमा करते रहे। करदाताओं की सुविधा के लिए कॉलोनियों और रिहायशी इलाकों में विशेष शिविर भी लगाए गए। बीएमसी की इस पहल से 29 हजार से अधिक लोगों ने अपने बकाए का भुगतान किया। राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अगस्त माह में अग्रिम भुगतान करने वाले करदाताओं को 6% की छूट का लाभ दिया गया। सितंबर से भुगतान करने पर अतिरिक्त अधिभार (सर्चार्ज) लगाया जाएगा। कर संग्रह का ब्यौरा (31 अगस्त, रविवार): कुल संग्रह: ₹19.85 करोड़ (29,642 रसीदें)

Burglar Caught by Family After Midnight Break-in in Aishbagh

Bhopal – A midnight burglary attempt in Aishbagh’s Jagannath Colony was foiled when family members overpowered the intruder after he attacked a youth who confronted him. The incident occurred around 1 am on Thursday when Aamir Ali, a construction worker, woke up to a noise in his room and found a man stealing valuables from his cupboard. On trying to stop him, Aamir was attacked and sustained injuries to his head and back. His cries alerted family members from the first floor, who rushed downstairs, caught hold of the burglar, and handed him over to the police. The accused has been identified as Saddam Hussain (34), a resident of Uttar Pradesh. Police said he is being interrogated.

भोपाल नगर निगम में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, वर्षों से एक ही ज़ोन में जमे अधिकारियों का होगा तबादला

भोपाल नगर निगम (BMC) में जल्द ही बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होने जा रहा है। जिन स्वच्छता प्रभारी और ज़ोनल अधिकारी लंबे समय से एक ही ज़ोन में तैनात हैं, उन्हें अब हटाया जाएगा। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक, सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने सूची तैयार कर ली है और औपचारिक आदेश एक सप्ताह के भीतर जारी हो जाएंगे। यह पहली बार होगा जब ज़ोन स्तर पर तैनात अधिकारियों का बड़े पैमाने पर पुनर्गठन किया जाएगा। इन अधिकारियों पर बार-बार शिकायतें आने के बावजूद कई वर्षों से वे अपने पद पर जमे हुए थे। फिलहाल अधिकांश ज़ोन “इन-चार्ज सिस्टम” पर चल रहे हैं, जिसमें निचले स्तर के कर्मचारी जैसे अतिक्रमण गार्ड, एलडीसी और स्टेनोग्राफर को स्वच्छता अधिकारी का अतिरिक्त दायित्व दिया गया है। कई मामलों में कर्मचारी 5 से 10 साल तक एक ही ज़ोन में बिना रोटेशन के काम करते रहे हैं। नई व्यवस्था के तहत इन-चार्ज सिस्टम को खत्म कर विभागीय मूल स्टाफ को जिम्मेदारी दी जाएगी। स्वास्थ्य शाखा में सैनिटरी इंस्पेक्टर और राजस्व शाखा में एआरआई को ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी। दोनों विभागों की सूची तैयार हो चुकी है और अब केवल आयुक्त की अंतिम मंज़ूरी बाकी है। लंबे समय से पदस्थ अधिकारी

भोपाल में साइबर क्राइम का नया खुलासा, बैंक कर्मचारी भी शामिल

भोपाल में साइबर अपराध ने नया और चिंताजनक मोड़ ले लिया है। अब कई मामलों में बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आने लगी है। हाल ही में ₹4 करोड़ के बैंक खाता धोखाधड़ी मामले ने इस खतरे को और उजागर किया है। ताज़ा मामला एमपी नगर स्थित एक निजी बैंक शाखा से जुड़ा है। स्वास्थ्य बीमा एजेंट आदित्य सिंह ने एक व्यक्ति के दस्तावेज़ स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के नाम पर लिए और बिना सहमति उसके नाम से बैंक खाता खोल दिया। जांच में सामने आया कि शाखा प्रबंधक सुमित मेवारी भी इस पूरे खेल में शामिल थे। खाते में ₹4 करोड़ का लेन-देन हुआ और बाद में खाता बंद कर दिया गया। यह धोखाधड़ी तब सामने आई जब आयकर विभाग ने संदिग्ध लेन-देन पर नोटिस भेजा। नोटिस पाकर पीड़ित व्यक्ति हैरान रह गया और पुलिस से शिकायत की। इसके बाद बैंक अधिकारियों की भूमिका का पर्दाफाश हुआ और पुलिस ने शाखा प्रबंधक सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। लगातार बढ़ रहे म्यूल अकाउंट मामले यह घटना पहली नहीं है। नवंबर 2024 में हनुमानगंज पुलिस ने एक गिरोह को पकड़ा था, जो बिहार से आकर फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए म्यूल अकाउंट खोलता था और उन्हें साइबर अपराधियों को ₹10,000 में बेच देता था। इस काम में स्थानीय बैंक कर्मचारियों की भी मदद ली जाती थी। इसी तरह, अयोध्या नगर में भी एक बैंक प्रबंधक पर म्यूल अकाउंट खोलने वाले रैकेट को संरक्षण देने के आरोप लगे थे। एक अन्य मामले में एक महिला ग्राहक ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके खाते से बिना ओटीपी वेरिफिकेशन के ₹82,000 निकाल लिए गए। जब उसने आपत्ति जताई तो बैंक कर्मचारियों ने कहा कि रकम रिकवरी होने पर वापस कर दी जाएगी। पुलिस और साइबर सेल की सख्ती साइबर अपराध समिति की बैठकों में बैंक कर्मचारियों की संदिग्ध भूमिका पर चिंता जताई गई है। एसीपी साइबर क्राइम सुजीत तिवारी ने बताया कि बैंकों से संदिग्ध खातों और लेन-देन का ब्योरा देने को कहा गया है। साथ ही, खाते खोलने से पहले ग्राउंड वेरिफिकेशन प्रक्रिया को और मज़बूत करने के निर्देश दिए गए हैं। साइबर अधिकारियों का मानना है कि खाते खोलने के लक्ष्यों के दबाव में कुछ बैंक कर्मचारी या तो जानबूझकर अपराधियों से मिल जाते हैं या फिर उनकी गतिविधियों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं।

भोपाल बना साइबर और ऑनलाइन ट्रेडिंग ठगी का नया गढ़

राजधानी भोपाल इन दिनों साइबर और ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटालों के लिए सुर्खियों में है। पिछले एक वर्ष में शहर से कई अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोहों का भंडाफोड़ हुआ है। हैरानी की बात यह है कि इनमें से अधिकांश गिरोहों का पर्दाफाश स्थानीय पुलिस ने नहीं, बल्कि अन्य राज्यों की साइबर क्राइम यूनिट्स ने किया। जांच में सामने आया है कि भोपाल में सक्रिय संगठित गिरोह फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग योजनाओं, नकली नौकरी के ऑफ़र और सोशल मीडिया रिवार्ड स्कैम के जरिए देशभर में हजारों लोगों को ठग चुके हैं। साइबर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि देशभर के संदिग्ध साइबर फ्रॉड, सिम कार्ड और बैंक खातों से जुड़ा डाटा ‘समन्वय पोर्टल’ या ज्वाइंट साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन टीम (JCCT) पर अपलोड किया जाता है और इसकी नियमित निगरानी की जाती है। इसी डाटा के आधार पर स्थानीय साइबर अपराधियों की पहचान की जा रही है। सबसे चौंकाने वाला खुलासा इस साल फरवरी में हुआ, जब पुलिस ने ऐशबाग स्थित एक कॉल सेंटर पर छापा मारा। यह सेंटर अफज़ल खान और उसकी बेटी साहिबा पिछले तीन साल से चला रहे थे। इसके बाद अंबाला, कानपुर और उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीमें भोपाल पहुंचीं और यहां से सक्रिय कई गैंग्स को गिरफ्तार किया। कानपुर साइबर पुलिस ने अक्टूबर 2024 में भोपाल के रोहित सोनी और तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर 20 राज्यों में फैले 22 करोड़ रुपये के ट्रेडिंग स्कैम का पर्दाफाश किया। वहीं, जून 2025 में यूपी एसटीएफ ने शाहडोल से तीन आरोपियों को पकड़ा, जो फर्जी सोशल मीडिया टास्क रिवार्ड स्कीम चला रहे थे। स्थानीय पुलिस पर आरोप है कि वे शहर में चल रहे इन रैकेट्स से अनजान बने रहे। अतिरिक्त डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि मार्च 2025 में स्थानीय लोगों की पहचान कर कार्रवाई शुरू की गई थी। हालांकि, स्थानीय स्तर पर शिकायतें न मिलने के कारण सख्त कार्रवाई नहीं की जा सकी। उन्होंने बताया कि JCCT से मिली जानकारी—जैसे म्यूल बैंक अकाउंट, फर्जी सिम कार्ड और साइबर फ्रॉड संदिग्धों के डाटा—की बारीकी से निगरानी की जा रही है और उसके आधार पर नियमित कार्रवाई हो रही है। भोपाल से जुड़े साइबर व ऑनलाइन फ्रॉड मामले

न्यू मार्केट में नकली एप्पल एक्सेसरीज़ बेचने वाला गिरोह पकड़ा गया

टीटी नगर पुलिस ने रविवार को न्यू मार्केट में नकली एप्पल एक्सेसरीज़ बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। एप्पल की अधिकृत मॉनिटरिंग कंपनी ग्रिसिन प्राइवेट लिमिटेड की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चार दुकानों पर छापेमारी की और नकली मोबाइल कवर व ईयरबड्स जब्त किए। पुलिस के अनुसार, शिकायत तब दर्ज कराई गई जब एप्पल के अधिकृत प्रतिनिधियों को जानकारी मिली कि कंपनी के नाम से खुलेआम नकली प्रोडक्ट बेचे जा रहे हैं। जांच के बाद पुलिस टीमों ने कंपनी अधिकारियों के साथ मिलकर दुकानों पर एक साथ छापे मारे। एसआई राघवेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि तलाशी के दौरान 11 से अधिक नकली मोबाइल कवर और ईयरबड्स जब्त किए गए, जिनकी कीमत करीब ₹6 लाख आंकी गई है। जांच में खुलासा हुआ कि दुकानदार नकली एक्सेसरीज़ पर एप्पल का लोगो लगाकर उन्हें ग्राहकों को ऊँचे दामों पर बेच रहे थे। पुलिस ने जिन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें अभिषेक धनक (रती बैर), मोहम्मद आसिफ (टीटी नगर), पुरुषोत्तम (कोटरा) और धरमदास केसवानी (कोटरा सुल्तानाबाद) शामिल हैं। सभी पर कॉपीराइट एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि नकली उत्पादों की सप्लाई चेन का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।

Suniel Shetty’s Angry Outburst at Mimicry Artist Goes Viral

Actor Suniel Shetty has gone viral on social media after a video captured his fiery reaction to a mimicry artist attempting to imitate him at an event. The incident left the audience stunned, as the usually calm star openly scolded the performer for what he called a “cheap” imitation. Suniel Shetty Lashes Out In the video, Shetty can be seen visibly upset as he directly addresses the performer: “Tab se yeh bhaisahab alag alag dialogues bol rahe hain jo meri awaaz mein hain hi nahi. Itna ghatiya mimicry maine kabhi dekha hi nahi hai. Jab Suniel Shetty bolta hai toh ek mard ki tarah bolta hai… Yeh bachche ki tarah bol raha tha. Beta jab mimicry karte ho toh achi karni chahiye… Kharab nakal nahi karni chahiye.” (Translation: This person has been speaking dialogues in a voice that’s not mine at all. I’ve never seen such bad mimicry. When Suniel Shetty speaks, he speaks like a man… but this sounded childish. Son, when you mimic, do it well, don’t do poor imitations.) Artist’s Apology and Suniel’s Warning The young artist quickly apologised, saying he was not intentionally trying to mimic Shetty. But the actor doubled down, warning him: “Koshish karna bhi mat beta. Abhi bahut time hai Suniel Shetty banne mein. Peeche bal bandha ne kuch nahi hota… Abhi bacha hai, lagta hai Suniel Shetty ki action films dekhi nahi hai isne.” (Translation: Don’t even try, son. You have a long way to go before becoming Suniel Shetty. Just tying your hair doesn’t make you one… looks like you haven’t watched my action films.) Audience Reaction After the exchange, Shetty turned back to the crowd, thanking them for attending. However, his sharp words quickly became the talking point online. Some users called his reaction “too harsh,” while others felt he was simply defending his identity and legacy. Suniel Shetty’s Upcoming Projects On the work front, Shetty will next appear in Welcome To The Jungle, a comedy-drama directed by Ahmed Khan, alongside Akshay Kumar, Sanjay Dutt, Paresh Rawal, Arshad Warsi, Lara Dutta, Raveena Tandon, and Disha Patani. The film is slated for release later this year. He will also reunite with Akshay Kumar in the much-awaited Hera Pheri 3, directed by Priyadarshan. The actor recently also paid tribute to India’s soldiers in an emotional gesture, saluting the nation’s bravehearts with pride.

भोपाल में फ्लाईओवरों के नीचे कब्जों का बोलबाला, गडकरी की सलाह पर नहीं हुआ अमल

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की इस सलाह के बावजूद कि फ्लाईओवरों और रोड ओवरब्रिज (ROB) के नीचे की खाली जगहों का उपयोग खेल सुविधाओं जैसे बास्केटबॉल कोर्ट बनाने में किया जाए, राजधानी भोपाल में अधिकांश फ्लाईओवरों और ROB के नीचे अब भी शराब की दुकानें, अस्थायी बाजार और झुग्गियाँ कब्जा जमाए हुए हैं। हाल ही में जबलपुर में मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर उद्घाटन के दौरान गडकरी ने नगर निगमों और स्थानीय निकायों से आग्रह किया था कि फ्लाईओवरों के नीचे खेल परिसर या सार्वजनिक सुविधाएँ विकसित करें, ताकि शहरी क्षेत्रों में स्वस्थ माहौल बन सके। लेकिन भोपाल में हकीकत इसके उलट है और अनधिकृत कब्जे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। डॉ. आंबेडकर फ्लाईओवर और सावरकर सेतु ROB को छोड़ दें तो लगभग हर फ्लाईओवर के नीचे कब्जे देखे जा सकते हैं। सुल्तानिया रोड फ्लाईओवर (कोहे-फिज़ा थाने के पास) के नीचे वर्षों से एक अस्थायी शराब की दुकान चल रही है। चेतक ब्रिज के नीचे 10–12 दुकानों का बाजार बन चुका है। वहीं सुभाष ROB के नीचे किराना दुकान और करीब 15 लोगों की झुग्गी बस्ती खड़ी हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कई अस्थायी दुकानें दशकों से यहाँ मौजूद हैं। पूर्व जिला आबकारी अधिकारी विवेक त्रिपाठी ने शराब दुकानों को लाइसेंस देने का बचाव करते हुए कहा कि विभाग को “गैर-विवादित जगहें” चाहिए होती हैं और सत्यापन के बाद सीमित शर्तों के तहत दुकानों को अनुमति दी जाती है। लालघाटी पर कार्रवाई लालघाटी चौराहे पर एनएचएआई के फ्लाईओवर के नीचे स्थित अस्थायी शराब दुकान को हाल ही में हटा दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और भोपाल नगर निगम (BMC) ने मिलकर वहाँ एक सार्वजनिक पार्क विकसित करने का काम शुरू किया है, जिसमें बैठने की व्यवस्था भी होगी। एनएचएआई के महाप्रबंधक श्रवण कुमार सिंह ने कहा, “फ्लाईओवरों का स्वामित्व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास है, लेकिन उनके नीचे की जगह का उपयोग और सौंदर्यीकरण स्थानीय निकायों की जिम्मेदारी है।” भोपाल नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा, “लालघाटी स्क्वायर पर सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो गया है। यहाँ पार्क बनाया जा रहा है और हम सुनिश्चित करेंगे कि शहर में बनने वाले नए फ्लाईओवर और ROB पर कब्जे न हों।”

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